शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए देते हैं डोनेशन, टीचर्स को भी करते हैं प्रेरित

ग्राम सेतु डॉट कॉम.
सरकारी स्कूलों की कायापलट करने में भामाशाह लगे हुए हैं। वहीं राजकीय कर्मचारी भी दान देने से कतई पीछे नहीं है। ऐसे ही एक कार्मिक ब्लॉक एसीबीईओ रजनीश गोदारा अब तक ज्ञान संकल्प पोर्टल में स्वयं भी लाखों रुपए की डोनेशन कर चुके हैं, वहीं साथी टीचर्स को भी निरंतर प्रेरित कर प्रत्येक प्रशिक्षण शिविर में 50 से 60 फीसद कार्मिकों से इस पोर्टल के माध्यम से शिक्षा विभाग को दान करवाने में अग्रणी है। रजनीश गोदारा अब तक 40 विद्यालयों के लिए दान करते हुए 45 ट्रांजैक्शन कर एक लाख अठारह हजार आठ सौ एकहतर रुपए की सहयोग राशि स्वयं के खाते से डोनेट कर चुके हैं। वर्ष 2022 में गोदारा राज्य स्तरीय भामाशाह प्रेरक सम्मान से भी सम्मानित हो चुके हैं। बता दें, शिक्षा विभाग ने समाज को स्कूलों से जोडऩे के लिए ज्ञान संकल्प पोर्टल शुरू किया था। अब तक प्रदेश की स्कूलों में करोड़ों रुपये की राशि दान की है। शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार स्कूल निरीक्षण के दौरान वे संस्था प्रधान एवं टीचर्स को भी विद्यालय के विकास के लिए ज्ञान संकल्प पोर्टल से दान करने के लिए आग्रह करते हैं, परिणाम स्वरुप ब्लॉक में सैकड़ो टीचर्स हर माह पोर्टल से दानदाता बन रहे है। वहीं इसमें दान करने के लिए किसी बड़ी राशि की जरूरत नहीं पड़ती न्यूनतम 10 रुपए से लेकर अधिक कितनी मर्जी राशि आप ज्ञान संकल्प पोर्टल पर डोनेट कर सकते हैं।
पोर्टल से पेचदगी हुई खत्म, दान करना हुआ आसान
बकौल गोदारा ‘पहले भामाशाहों को दान में कार्यालयों की कागजी कामों में उलझते रहते थे, जिसमें समय बहुत लगता था। अब ज्ञान संकल्प पोर्टल पर भामाशाह इंट्री ऑनलाइन की जाती है। इसके लिए स्कूल शिक्षा परिषद् की कमेटी की ओर से सूचना की जाती है। वहीं इस पोर्टल का एक लाभ और भी है कि कोई भी भामाशाह विद्यालय के भौतिक संसाधनों में सहयोग में अपने आप प्रोजेक्ट का चयन कर सकते है और इसकी ऑनलाइन ही स्वीकृति मिल जाती है, जिससे भामाशाह के लिए काफी आसान हो गया। यह सारा दान एवं सहयोग मुख्यमंत्री विद्यादान कोष की रिपोर्ट में भी उल्लेखित होता है।’
पोर्टल से दान तो भामाशाहों को मिलेगी छूट
ज्ञान संकल्प पोर्टल के से दी गई सहयोग राशि पर आयकर अधिनियम की धारा 80 जी के अंतर्गत छूट का प्रावधान है। पोर्टल पर किए गए दान व कार्य के लिए भामाशाह/संस्थानों को भामाशाह के नवीन दिशा-निर्देशानुसार प्रोत्साहन भी मिल रहा है। खास बात यह है कि इसमें कार्मिकों के अलावा आमजन भी अपना अकाउंट बनाकर किसी भी विद्यालय में डोनेट टू स्कूल ऑप्शन के तहत धनराशि यूपीआई/बैंक खाता के माध्यम से हस्तांतरित कर सकता है।

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