ग्राम सेतु न्यूज. हनुमानगढ़.
घग्घर बहाव क्षेत्र में नए बांध की वजह से टाउन के पास आधा दर्जन गांवों में बेचैनी है। रात भर ग्रामीण मशक्कत में जुटे रहे। गांव गंगागढ़ के सात एसएनएम में दो जगहों पर नए डोले का निर्माण किया गया है। इसलिए यह चॉक पॉइंट है। आलम यह है कि यहां पर घग्घर का बहाव क्षेत्र में बमुश्किल एक बीघा रह गया है। श्रीनगर सरपंच नवनीत संधू ‘ग्राम सेतु’ को बताती हैं, ‘यह पॉइंट बेहद संवेेदनशील है। यहां पर प्रशासन को चाहिए कि 24 घंटे निगरानी की व्यवस्था करे। वरना कई गांवों के लिए खतरा पैदा हो जाएगा।’
दरअसल, सात snm से महज 500 मीटर दूरी पर आबादी है। गंगागढ़, श्रीनगर, फतेहगढ़ खिलेरीवास, पुरुषोत्तमवास, गोदारावास, बावरियावाली ढाणी, पहलवानों के थेहड़, प्रेमियों के थेहड़ जैसे गांव व चक हैं जो महज 500-500 मीटर दूरी पर स्थित हैं। अगर सात snm के पास कोई हादसा होता है तो ये सभी गांव चपेट में आ सकते हैं। मेजर दीपक संधू ग्रामीणों के साथ रात भर से चौकसी में जुटे हुए हैं।
ग्रामीणों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि बार-बार कहने के बावजूद प्रशासन ने समय पर ध्यान नहीं दिया। अब भी अधिकारी ऑफिस में बैठकर मॉनिटरिंग करने का ‘अभिनय’ कर रहे हैं जबकि सक्षम अधिकारियों को संवेदनशील जगहों पर मॉनिटरिंग करनी चाहिए। सरपंच नवनीत संधू कहती हैं, ‘मेरे गांव के लोगों ने अगर समय पर मोर्चा नहीं संभाला होता तो हमारा पूरा गांव डूब जाता। अभी खतरा टला नहीं है। प्रशासन को सजगता दिखाने की जरूरत है।’ जानकारी के मुताबिक, सिंचाई विभाग के एसई शिवरचरण रैगर, तहसीलदार हरदीप सिंह अधीनस्थ अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ सात एसएनएम पहुंचे। उन्होंने मौके को देखा और उचित निर्देश दिए।
जल संसाधन विभाग के एसई शिवचरण रैगर ‘ग्राम सेतु’ से कहते हैं, ‘सूचना पाकर मौका देखने गया था। आवश्यक इंतजामात किए गए हैं। अब तक ऐसी कोई स्थिति नहीं है जिससे किसी प्रकार के खतरे की आशंका हो। अभी फिर वहीं जा रहा हूं। किसी को डरने या घबराने की जरूरत नहीं है। बस, सावधानी और सजगता की जरूरत है।’