ग्राम सेतु न्यूज. हनुमानगढ़.
हिमाचल की वादियों व पंजाब में मूसलाधार वर्षा के बाद राजस्थान के घग्घर बहाव क्षेत्र में पानी की अधिकाधिक आवक की उम्मीद की जा रही है। सिंचाई विभाग का मानना है कि आने वाले समय में राजस्थान में कम से कम 25 हजार से 30 हजार क्यूसेक तक पानी छोड़ा जा सकता है। अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, घग्घर बहाव क्षेत्र के नाली बेड में रविवार देर रात तक पानी पहुंचने की संभावना है। राइस बेल्ट के किसानों को पहले की चेतावनी दी जा चुकी है कि वे अपने बंधों को मजबूत कर लें। लिहाजा, किसानों ने बंधों की मजबूती के लिए आवश्यक कदम उठाने भी शुरू कर दिए। विभागीय स्तर पर भी अलर्ट घोषित कर दिया गया है। घग्घन बाढ़ नियंत्रण कक्ष 24 घंटे काम करने लगा है। अधिकारियों की टीम गठित हो चुकी है।
सिंचाई विभाग के एक्सईन सहीराम यादव के मुताबिक, रविवार को गुल्लाचिक्का हैड पर करीब 12 हजार 320 क्यूसेक पानी की आवक हो रही थी। इसके बाद राजस्थान क्षेत्र के लिए आरडी 629 से 1500 क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। सोमवार तक पानी की मात्रा में बढोत्तरी के आसार हैं।
गौरतलब है कि घग्घर का पानी संगरिया के टिब्बी, हनुमानगढ, पीलीबंगा, सूरतगढ़ और अनूपढ़ होते हुए पाकिस्तान जाता है। अनूपगढ़ के रास्ते ही पानी पाकिस्तान सीमा स्थित भेड़ताल पहुंचता है। घग्घर के पानी का उदगम स्थल हिमाचलप्रदेश के शिमला के पास शिवालिक पहाड़ियों को माना जाता है।
शहर और आसपास के क्षेत्र में लोगों में इस बात की बेचैनी बढ़ गई कि घग्घर में बहुत ज्यादा पानी छोड़ा जा सकता है। इस तरह के मैसेज वायरल होने से लोग ‘ग्राम सेतु’ दफ्तर में जानकारी हासिल करने के लिए फोन करने लगे। जब उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत करवाया तो लोगों को तसल्ली हुई।