




मुकेेश पारीक. ग्राम सेतु ब्यूरो.
राजस्थान विधानसभा में नोहर विधायक अमित चाचाण ने 5 मार्च को क्षेत्र की विभिन्न सिंचाई समस्याओं को जोर-जोर से उठाया। विधायक अमित चाचाण ने विधानसभा में नोहर फीडर, अमर सिंह ब्रांच व सिधमुख नहर से जुड़ी समस्याओं को विधानसभा में प्रमुखता से रखा। विधानसभा में अमित चाचाण ने कहा कि नोहर फीडर नहर के पुनर्निर्माण को लेकर हरियाणा द्वारा अभी तक एनोओसी तक नहीं दी गई है और तो और डीपीआर बनाने को लेकर भी कोई कार्यक्रम तैयार नहीं हुआ है पिछले 1 वर्ष मे नोहर फीडर नहर हरियाणा में 6 बार से अधिक टूट चुकी है जिससे चलते रेगुलेशन में किसानों की पानी की बारियां पिट गई। किसानों को साथ ले जाकर दिल्ली बैठके करने वाले भाजपा के नेता आज चुप है। कांग्रेस सरकार ने नोहर फीडर के पुनर्निर्माण को लेकर राजस्थान के हिस्से के 20 करोड रुपए स्वीकृति भी जारी कर दी थी। मगर केंद्र सरकार द्वारा आज तक इसको लेकर कोई राशि जारी नहीं की गई है जिस कारण दर्जनों गांवों के किसान सिंचाई पानी से वंचित हो रहे।

इसके अलावा विधायक ने विधानसभा में बताया कि नोहर फीडर, अमर सिंह ब्रांच व सिधमुख नहर परियोजना के पुराने व जर्जर खालो के पुनर्निर्माण के लिए कांग्रेस सरकार में वर्ष 2023 24 में बजट में 58 करोड रुपए की राशि जारी की थी जिसकी वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृति भी जारी हो चुकी थी। मगर राज्य में भाजपा की सरकार आने के बाद इस पर रोक लगा दी गई जो कि किसानों के साथ अन्याय है। विधायक अमित चाचाण ने विधानसभा में बताया कि नोहर विधानसभा क्षेत्र में इंदिरा गांधी नहर परियोजना के अंतर्गत विभिन्न माईनरो से बूंद बूंद सिंचाई परियोजना के अंतर्गत स्वीकृति डिग्गीयो का निर्माण आज भी पूरा नहीं हो पाया है इस योजना के अंतर्गत 317 डिगिया बनी थी मगर अभी तक 157 बनी है जिनमें से भी कुछ अधूरी है। इसके अलावा विधायक ने विधानसभा में इंदिरा गांधी नहर परियोजना के अंतर्गत बंद पड़ी निर्माणाधीन सुई ब्रांच नहर का निर्माण कार्य पूरा करवाने व एटा सिरगसर नहर का निर्माण कार्य करवाये जाने व अमर सिंह ब्रांच में क्षमता से अधिक पानी ले रहे मोघो को सही करवाने की पुरजोर मांग की। विधानसभा में बोलते हुए विधायक अमित चाचाण ने कहा कि नोहर भादरा क्षेत्र के 28 गांव आज भी सिंचाई सुविधा से वंचित हैं इन गांवों के आसपास नहर होने के बावजूद भी यह किसान सिंचाई सुविधा से महरूम है वर्ष 2023-24 में कांग्रेस सरकार में सिंचाई से वंचित गांवों को सिंचाई से जोड़ने के लिए 100 करोड रुपए की स्वीकृति जारी की थी। विधायक ने विधानसभा में आरोप लगाया कि अधिकारियों के नकारात्मक रवैये चलते यह गांव आज भी सिंचाई सुविधा से नहीं जुड़ पाए। विधायक ने कहा कि सिंचित भूमि घट रही है इसके बावजूद भी किसानों को सिंचाई पानी न मिलना चिंता का विषय है। विधायक ने कहा कि अधिकारियों की मिलीभगती से जल माफिया पनप रहे हैं। क्षेत्र के किसानों को उनके हिस्से का पूरा पानी नहीं मिल रहा है। नोहर क्षेत्र के किसान टेल पर होने के कारण व उनके हिस्से का सिंचाई पानी चोरी होने से सिंचाई सुविधा से वंचित हो रहे हैं। उसके अलावा विधायक ने विधानसभा में जल जीवन मिशन में क्षेत्र के वंचित 30 गांवों व ढाणियों को घर-घर पर पेयजल कनेक्शन योजना से जोड़ने की मांग की। विधायक ने विधानसभा में भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि राज्य में जब-जब भाजपा की सत्ता आई है तब तब किसानों को लाठियां व गोली खानी पड़ी है पिछले 35 वर्षों में 20 वर्ष तक भाजपा का शासन रहा है जिसमें अनेक बड़े आंदोलन हुए हैं किसानों पर गोलियां चलाई गई किसान नेताओं को जेलो में बंद किया गया। भाजपा केवल और केवल चुनाव में वोट हासिल करने के लिए किसानों की बात करती है। वर्तमान में पूरे बीकानेर संभाग में किसान सिंचाई पानी को लेकर आंदोलित है, मगर भाजपा को किसानों की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। विधायक ने भाजपा पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया।


