


ग्राम सेतु एजुकेशन डेस्क.
हनुमानगढ़, राजस्थान का उत्तरी उदयीमान जिला मुख्यालय, अब तकनीकी शिक्षा के उज्ज्वल प्रकाश से प्रकाशित हो रहा है। यहाँ की बेटियाँ पहले कभी केवल स्कूल-कॉलेज तक सीमित रहीं, लेकिन सन 2007 में श्रीदेवी महिला पॉलिटेक्निक की स्थापना ने उनके सपनों को नई उड़ान दी। यह राजस्थान की एकमात्र निजी महिला पॉलिटेक्निक है, जिसे वरिष्ठ पत्रकार आर. के. जैन ने नोहर निवासी अपनी स्वर्गीय माताजी को श्रद्धांजलि स्वरूप स्थापित किया था, जिसका मूल उद्देश्य गैर-व्यवसायिक सोच और विशुद्ध सेवा-भाव से बालिकाओं को तकनिकी ज्ञान, व्यावारिक कौशल और शक्तियाँ प्रदान करना था।
राज्य सहभागिता एवं स्थायित्व का मॉडल
राजस्थान सरकार के तकनीकी शिक्षा बोर्ड (बीटीईआर, जोधपुर) से संबद्ध और एआईसीटीई एवं सीओए से मान्यता प्राप्त इस संस्थान ने हमेशा उच्च गुणवता की तकनिकी शिक्षा को सहज सुलभ बनाया है। कोविड-काल और आर्थिक उठापटक की मुश्किल घड़ियों में जब कई तकनीकी संस्थान बंद हो गए, तब श्रीदेवी ने अपने डिजिटल क्लासरूम, ऑनलाइन लैब और क्लासिक डिजिटल माध्यम से अध्यापन को नई ऊँचाइयों पर ले आया। अब श्रीदेवी एक ऐसा मंच है जहाँ बेटियों न केवल आधुनिक मशीने व सॉफ्टवेयर चलाना सीख रही है, बल्कि आत्मविश्वास, नेतृत्व और नवप्रवर्तन का हुनर भी सँवार रही है। आप इस परिवर्तन के साक्ष्य संस्थान के वेबसाइट पर देख सकते हैं।
महिला अनुरूप रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम
हरे-भरे शांत कैंपस में तीन-वर्षीय चार डिप्लोमा प्रोग्राम संचालित होते हैं
आर्किटेक्चर इंजीनियरिंग यानी संरचनात्मक रचनात्मकता सीखें
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग यानी स्वचालन और संचार की दुनिया में कदम
कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग यानी सॉफ्टवेयर व डेटा की शक्ति
कॉस्ट्यूम डिजाइन (फैशन डिजाइन) यानी रचनात्मकता को व्यवसाय में बदलें
ये कोर्स विशेषकर महिलाओं की सामाजिक-पारिवारिक चुनौतियों व रुचियों को विशेषकर ध्यान में रखकर डिजाइन किए गए हैं। इन पाठ्यक्रमों में हम तकनीक के सैद्धांतिक ज्ञान के साथ कार्यशाला-आधारित प्रशिक्षण, रचनात्मकता, नवाचार, संचार कौशल, ग्राहक व्यवहार, विपणन और उद्यमिता विकास के लिए अतिरिक्त मॉड्यूल से छात्राओं को 360 सक्षम बनाते हैं।
हनुमानगढ़ में अबोहर रोड पर स्थित 10 एकड़ के विस्तृत कैंपस में आधुनिक क्लासरूम, अत्याधुनिक स्मार्ट लैब, समृद्ध पुस्तकालय और वर्कशॉप हैं। मुख्य सड़क पर सुलभ परिवहन साधनों से दूर-दराज के छात्राओं के लिए आवागमन आसान है। छात्रावास की किफायती और घर जैसी सुविधाएँ किसी भी छात्रा के अध्यापन को आरामदायक बनाती हैं।
रोजगार-सृजन और आत्मनिर्भरता
संस्थान के प्लेसमेंट विंग ने सेवारत और उधमी पूर्व विद्यार्थियों, अन्य पॉलिटेक्निक के प्लेसमेंट विभागों, कॉर्पाेरेट जगत, स्थानीय उद्योगपतियों, तकनिकी विभागों और स्टार्टअप्स के साथ मजबूत नेटवर्क तैयार किया है। डिप्लोमा पूरा कर अधिकांश छात्राएँ कैरियर गाइडेंस और कैंपस साक्षात्कार से सीधे नौकरी तक पहुँचती हैं, जबकि कई ने अपना स्टार्टअप शुरू कर अपने हुनर से आर्थिक आजादी हासिल कर लेनी है। यही महिला सशक्तिकरण की असली मिसाल कृ आर्थिक आजादी मिलती है, तब सामाजिक विश्वास भी संग चल पड़ता है।
सकारात्मक सामाजिक प्रभाव
अब हनुमानगढ़ की गलियों में यह चर्चा हो रही है, “मेरी बेटी इंजीनियर, फैशन डिजाइनर या आर्किटेक्ट बनने जा रही है।” तकनीकी शिक्षा की ओर बढ़ती लड़कियों ने इलाके में लैंगिक असमानता की जड़ें ढीली और महिला सशक्तिकरण से दीर्घकालिक बदलाव की राह खोल दी है।
डिजिटली सशक्त बेटियाँ
श्रीदेवी महिला पॉलिटेक्निक ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वेब डेवलपमेंट, स्केच उप, केड फैशन, लॉजिक कंट्रोलर जैसे उभरते क्षेत्रों में पाठ्यक्रम विस्तार की रूपरेखा बनाई है। आने वाले वर्षों में हनुमानगढ़ की बेटियाँ विश्वस्तरीय तकनीकी क्षमताएँ सीखेंगी और सफलताओ की नई कहानियाँ लिखेंगी।
आइए, एक कदम बढ़ाएँ!
हनुमानगढ़ की सभी छात्राएँ और उनके अभिभावक उज्जवल भविष्य के लिए रोजगारन्मुख टेक्नोलॉजी ज्ञान और कौशल को सीखे तथा बेरोजगारी के दंश को छोड़कर आत्मनिर्भर बने। समाज में अपना मुकाम मजबूत करने के लिए श्रीदेवी पर विश्वास जताए इस हेतु 9460917910 पर संपर्क करें।


