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हनुमानगढ़ में मक्कासर के पास स्थित श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय ने डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ सिविल एविएशन यानी डीजीसीए द्वारा मान्यता प्राप्त रिमोट पायलट ट्रेनिंग आर्गेनाइजेशन और गुड़गांव की टेक कंपनी फोर इंस्टीट्यूट ऑफ़ ड्रोन टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च के साथ ड्रोन टेक्नोलॉजी को लेकर एक महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
यूनिवर्सिटी के चांसलर सेक्रेटेरिएट के बोर्ड रूम में आयोजित औपचारिक कार्यक्रम में टेक कंपनी की ओर से सीईओ मनप्रीत सिंह भाटिया और यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. सीएम राजोरिया ने डाक्यूमेंट्स साइन किए।
यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन दिनेश कुमार जुनेजा ने कहा कि ये स्माल कैटेगरी के ड्रोन स्प्रे, मैपिंग, सर्विलांस, ट्रैकिंग, माइनिंग आदि के लिए बहुत कारगर सिद्ध हुए हैं और इसलिए यूनिवर्सिटी ने स्टूडेंट्स के समुचित प्रशिक्षण और उनके जॉब्स के लिए भी बहुत सी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए ये एमओयू किया है। ड्रोन ट्रेनिंग के बाद ये स्टूडेंट्स ‘ड्रोन पायलट’ कहलाएंगे और इन्हें ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाएगा।
यूनिवर्सिटी के वाइस चेयरपर्सन वरुण यादव ने बताया कि श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और कृषि प्रधान अन्य जिलों के हजारों किसानों के लिए भी ये ‘ड्रोन पायलट’ कृषि मित्र के रूप में किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होंगे। इस ड्रोन तकनीक से खेती-किसानी को नया आयाम मिलेगा और खेती में ड्रोन के जरिये बहुत सारे कार्य वैज्ञानिक तरीके से और सीमित समय में संभव हो सकेंगे।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आर. एल. गोदारा, प्रति कुलपति प्रोफेसर वैभव श्रीवास्तव, परीक्षा नियंत्रक डॉ. श्याम वीर सिंह, आईक्यूएसी सेल कोऑर्डिनेटर डॉ. पवन वर्मा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. संजय मिश्रा, फैकल्टी ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी से असिस्टेंट प्रोफेसर विक्रम मंगवाना सहित टेक कंपनी के अधिकारी मौजूद थे।