


ग्राम सेतु डेस्क.
हनुमानगढ़ स्थित श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड द्वारा वितपोषित एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केन्द्र स्वीकृत किया गया है। एसकेडीयू में तीसरे मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण शिविर का समापन रविवार को हुआ।
समापन अवसर पर मुख्य अतिथि तहसीलदार रणवीर सिंह, रिटायर्ड आईजी गिरीश चावला थे।
तहसीलदार रणवीर सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम मधुमक्खी पालन के बारे में जानकारी प्रदान करने, किसानों को इस व्यवसाय को शुरू करने और चलाने के तरीके सिखाने, और मधुमक्खी पालन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालने के लिए आयोजित किया जाता है। मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से किसानों को खेती के अतिरिक्त मधुमक्खी पालन से अन्य आय भी प्राप्त होगी।

पूर्व आईजी गिरीश चावला ने कहा कि किसान की कृषि के अलावा मधुमक्खी पालन के माध्यम से अतिरिक्त आय होगी जिससे उसे आर्थिक संबल मिलेगा राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड द्वारा वितपोषित एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केन्द्र हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर जिले के किसानों व मधुमक्खी पालकों के लिए यह वरदान साबित होगा।
प्रोजेक्ट इंचार्ज डॉ. मंगला राम बाजिया ने बताया कि आगामी चौथा दिवसीय प्रशिक्षण शिविर 4 अगस्त से शुरू होगा। यदि कोई किसान या अन्य व्यक्ति इस मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षण लेना चाहता है तो वह 2 अगस्त से पूर्व श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय में प्रोजेक्ट इंचार्ज डॉ. मंगला राम बाजिया से विश्वविद्यालय में व्यक्तिगत रूप से आकर या 8544882039 पर संपर्क कर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।

डॉ. अंकित ने बताया कि इससे पूर्व गत दिनों में सात दिवसीय मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित किया जा चूका है। यह सात दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर है, जिसमे हनुमानगढ़ जिले सहित बाहरी जिलों से आये हुए किसानों व मधुमक्खी पालकों के लिए रहने व खाने की व्यवस्था भी निशुल्क उपलब्ध करवायी जा रही है। समापन समारोह के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को सर्टिफिकेट एंव मधुमक्खी पालन के उपयोग में ली जाने वाली किट भी वितरित की गई।
