ग्राम सेतु ब्यूरो.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मार्च को छत्तीसगढ़ से वर्चुअली 85 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाओं की सौगात दी। इसका लाइव प्रसारण हनुमानगढ़ रेल्वे स्टेशन पर भी किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष देवेन्द्र पारीक, डीआरसीसी सदस्य प्रकाश तंवर, महेन्द्र सिंह राठौड़, पैरा ओलम्पिक खिलाड़ी जगसीर सिंह थे।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फेंस के जरिए बटन दबाकर छत्तीसगढ़ में रेलवे से जुड़ी 85 हजार करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं का लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास किया। इस दौरान पीएम ने ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ (एक स्टेशन एक उत्पाद) स्टॉल लॉन्च की। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉफ्रेसिंग के जरिए अहमदाबाद कमांड सेंटर से हरी झंडी दिखाकर 10 नई वंदे भारत रेल गाड़ियों को भी रवाना किया।
भाजपा जिलाध्यक्ष देवेन्द्र पारीक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में रेल परियोजनाओं के शुभारंभ का कार्यक्रम हुआ है। उन्होंने कहा कि नए साल के पिछले 75 दिनों में ही देश में 11 लाख करोड़ रूपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हो चुका है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शी सोच के कारण ही विकसित भारत की दिशा में देश ने एक बड़ा कदम उठाया है। भारतीय रेलवे लंबे समय से राजनीति और क्षेत्रवाद का शिकार रही है। रेलों में डब्बे बढ़ाना, स्टॉपेज बढ़ाना ही रेल की प्रगति के मायने रहें थे। बीते समय में रिजर्वेशन की लंबी लाईनें, दलाली और कमिशन के साथ गंदगी ने भारतीय रेल की स्थिति नरकीय बना दी थी। वर्ष 2014 में देश के 9 राज्यों की राजधानिया रेल नेटवर्क से अछूती थी। 10 हजार से अधिक रेल क्रॉसिंग फाटक विहीन थी। भारत सरकार ने भारतीय रेल को सुधारने की इच्छा शक्ति दिखाई है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि मोदी है तो मुमकिन है और आने वाले समय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेलवे का ऐसा कायाकल्प होगा कि किसी ने भी उसकी कल्पना भी नहीं की होगी।
डीआरसीसी सदस्य प्रकाश तंवर ने कहा कि हमारे बुजुर्गों और हमनें जो भुगता है वो आने वाली पीढ़ी नहीं सहेगी, यह मोदी की गारंटी है। देश को समृद्ध और औद्योगिक रूप से विकसित करने में रेल की बहुत बड़ी भूमिका है। सवारी गाड़ियों और माल गाड़ियों के लिए अलग-अलग रेल लाईने स्थापित कर दोनों की स्पीड बढ़ाई गई है। फ्रंट कॉरीडोर बनाकर तेजी से डबल डेकर माल गाड़ियों से माल ढुलाई शुरू हो गई है। आधुनिक रेल इंजन, सुसज्जित कोच फेक्ट्रिया, गति शक्ति कार्बाे टर्मिनल जैसी सरंचनाए भारत को विकसित बनाने की दिशा में तेजी से सकारात्मक योगदान दे रही है।