ग्राम सेतु न्यूज. हनुमानगढ़.
जब आप पूरी शिद्दत से किसी काम को अपने हाथ में लेते हैं तो फिर बाधाएं स्वतः समाप्त होने लगती है। ग्राम पंचायत लोंगवाल में भी इन दिनों यही हो रहा है। पंचायत के गांव सदासिंहवाला में निर्माणाधीन उप स्वास्थ्य केंद्र को लेकर कानूनी बाधाएं भी खत्म हो गई हैं। राजस्थान उच्च न्यायालय ने स्थगन आदेश को खारिज कर दिया। इसके साथ ही उप स्वास्थ्य केंद्र निर्माण का रास्ता प्रशस्त हो गया। इस खबर से गांव में खुशी की लहर है। उनका कहना है कि यह सब सरपंच के प्रयासों से संभव हो रहा है। गांव के बूटा सिंह ‘ग्राम सेतु’ से कहते हैं, ‘पढ़ा-लिखा सरपंच होने का फायदा मिल रहा है लोंगवाला पंचायत के लोगों को।’
दरअसल, याचिकाकर्ता गुरुजीवन सिंह ने डिग्गी की जगह पर निर्माण होने की शिकायत की थी। लोंगवाला सरपंच सुनील क्रांति के अनुसार यह भूमि दशकों से राजस्व रिकॉर्ड में पंचायत के अधिकार क्षेत्र की गैरमुमकिन आबादी भूमि है। वर्ष 2014 में तत्कालीन ग्राम पंचायत सरावांवाला ने इस भूमि का पट्टा जारी किया था। यहां पर चारदीवारी निर्माण का लोकार्पण भी तत्कालीन विधायक द्रोपती मेघवाल एवं ग्राम पंचायत द्वारा किया गया था। इस मामले में सरपंच सुनील क्रान्ति पर अवमानना का आरोप लगा था और 10 जनवरी 2023 को सरपंच को नोटिस जारी कर व्यक्तिगत तलब किया गया था। हाईकोर्ट की डबल बेंच में जस्टिस विजय बिश्नोई एवं जस्टिस प्रवीर भटनागर ने याचिका पर सुनवाई की। दोनों पक्षों के बीच बहस के बाद उच्च न्यायालय ने निर्माण पर अंतरिम स्थगन को खारिज कर दिया। इसके साथ ही बैच द्वारा जारी आर्डर में उपनिवेशन विभाग द्वारा जारी लेआउट प्लान नक़्शे को अस्तित्व में नहीं मानते हुए टिप्पणी की कि राजस्व विभाग व पंचायती राज विभाग के पत्राचार से ऐसा प्रतीत होता है कि यह लेआउट प्लान नक्शे अस्तित्व में नहीं हैं। ग्राम पंचायत लोंगवाला की तरफ से अधिवक्ता संजीव पुरोहित व ट्विंकल पुरोहित ने पैरवी की। सरपंच लोंगवाला सुनील क्रान्ति ने उपस्वास्थ्य केंद्र निर्माण पर रोक हटने को न्याय की जीत बताया। सरपंच सुनील क्रांति ‘ग्राम सेतु’ से कहते हैं, ‘राज्य सरकार द्वारा चक सदासिंहवाला में उपस्वास्थ्य केंद्र निर्माण के लिए 33 लाख रुपए का बजट जारी किया गया था। ठेकेदार फर्म द्वारा कार्य प्रारंभ कर दिया गया और स्वास्थ्य विभाग चूरू की तकनीकी शाखा द्वारा इसकी मॉनिटरिंग की जा रही थी। केंद्र की नींव भरी जा चुकी थी। अब उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण होगा और ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सकेगा।’