ग्राम सेतु ब्यूरो.
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) झाबर सिंह खर्रा श्रीकरणपुर दौरे से पूर्व हनुमानगढ़ में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष बलवीर बिश्रोई के मैनावाली स्थित आवास पर पहुंचे। इस दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष बलवीर बिश्रोई ने राज्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया। स्वागत के दौरान भाजपा नेता अमित सहू भी उपस्थित रहे। इस दौरान मैनावाली के ग्रामीणों ने राज्यमंत्री झाबर सिंह खर्रा का अभिनंदन किया। आवास पर आयोजित स्वागत समारोह के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष बलबीर बिश्रोई ने झाबर सिंह खर्रा को राज्यमंत्री बनने पर बधाई देते हुए उनके साथ क्षेत्र के किसानों की समस्याओं पर चर्चा की।
बिश्रोई ने राज्यमंत्री को नहरी तंत्र से अवगत करवाते हुए कहा कि वर्तमान में अत्यधिक पाला पड़ रहा हैं। मौसम शुष्क रहने के कारण फसलों को पानी की जरूरत हैं। अभी इंदिरा गांधी नहर परियोजना में तीन में से एक ग्रुप में पानी चलाया जा रहा हैं, जो कि फसलों के अनुसार अपर्याप्त हैं। बलवीर बिश्रोई ने राज्यमंत्री से आग्रह किया कि इंगानप में चार में से दो ग्रुप में पानी चलाकर फसलों को जीवनदान दें। इसके अलावा राज्यमंत्री को जिले में सहकारी बैंकों में हुए गबन के बारे में भी अवगत करवाते हुए बताया कि पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के दौरान जिले के कई सहकारी बैंकों में कर्मचारियों द्वारा किसानों के खातों में जमा पैसों का बड़े स्तर पर गबन किया गया। उन्होंने राज्यमंत्री से आग्रह किया कि गबन के इन मामलों में सख्त कार्रवाई की जाकर पीड़ित किसानों के पैसे वापिस लौटाए जाए। इसके अलावा बलवीर बिश्रोई ने राज्यमंत्री खर्रा से गत कांग्रेस सरकार के दौरान पिछले वर्ष किसानों में वितरित किए गए कम गुणवत्ता के बीजों, घटिया किस्म के कीटनाशकों से फसलों को हुए नुकसान से अवगत करवाते हुए किसानों को उच्च गुणवत्ता के बीटी कॉटन बीज आदि उपलब्ध करवाने का आग्रह किया। जिस पर राज्यमंत्री ने पूर्व जिलाध्यक्ष बलवीर बिश्रोई को किसान हित में प्रभावी कदम उठाने व समस्याओं का समाधान करवाने का भरोसा दिलाया।
इस दौरान रामस्वरूप नम्बरदार, श्रवण सिंवर, नहर अध्यक्ष जगदीश, जीएसएस अध्यक्ष कृष्ण कान्त, मदन भांभू, दलवीर सिंवर, जेराम पडिहार, ताराचंद पटीर, रामलाल परिहार, सुनील पेन्टर, बंशी सहारण, बलदेव चोयल, ओम खिचड़, अमरसिंह बिस्सू, हंसराज स्वामी, गुरसेवक सरपंच नौरंगदेसर, नबी मोहम्मद, भरत गोदारा, लुणा पूनियां, राजवीर बेनीवाल आदि मौजूद थे।