



ग्राम सेतु एजुकेशन डेस्क.
एसआरएस प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन हनुमानगढ़ ने एडीएम उम्मेदीलाल मीणा को निजी विद्यालयों की फीस संबंधी शिकायतों के संदर्भ में जिलाध्यक्ष सुरेश शर्मा के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि निजी विद्यालयों के फीस एवं छात्र संबंधी समस्त विवरण पी.एस.पी. पोर्टल पर दर्ज है। कुछ अभिभावक बच्चों की फीस समय पर शाला में जमा नहीं करवाते हैं। इस कारण से उन्हें असुविधा होती है। शिक्षण संस्थाओं द्वारा छात्र हित को ध्यान में रखते हुए छात्रों को परीक्षाओं से वंचित नहीं किया जाता है। राज्य सरकार नें पूर्व में आदेशानुसार निर्देशित किया था कि छात्रों को परीक्षा से वंचित न किया जाए व छात्र की टी.सी. जारी करते समय बकाया फीस वसूली जाए। कुछ अभिभावक बकाया फीस को लेकर संस्थाओं में हंगामा करते हैं, संस्थाओं को प्रताड़ित करते हैं व इसके बाद आपके समक्ष फीस संबंधी शिकायतें करते हैं। निजी स्कूल संचालकों ने साफ तौर पर कह रखा है कि जो अभिभावक फीस भरने में असमर्थ हैं वे राजकीय विद्यालयों में बच्चों को प्रवेश दिलाएं। यह निजी शिक्षण संस्थाओं के लिए गम्भीर समस्या है, इन्हें राज्य सरकार से कोई अनुदान नहीं मिलता। अपने सीमित संसाधनों से शिक्षण संस्थाओं का संचालन करते हैं एवं छात्रों द्वारा अदा की गयी फीस ही निजी शिक्षण संस्थाओं की आय का एक मात्र सहारा है।

एसआरएस प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन अध्यक्ष सुरेश शर्मा ने जिला स्तर पर कमेटी बनाकर ऐसे प्रकरणों की निष्पक्ष जांच करवाने एवं उचित निर्णय लेने की मांग की। उन्होने कहा कि उक्त कमेटी जो निर्णय करेगी वह सर्वमान्य होगा। अगर अभिभावक दोषी है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जावे यदि शिक्षण संस्थायें दोषी है तो आपका निर्णय सर्वमान्य होगा। फीस के प्रकरणों में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय एवं अभिभावकों द्वारा निजी शिक्षण संस्थाओं पर अनावश्यक दबाव बनाना उचित नहीं हैं। इस मौके पर सुरेशचन्द्र शर्मा, जिला महामंत्री अशोक सुथार, तहसील अध्यक्ष महावीर पंचारिया, , जगदेव सिंह, राजेश दादरी, रणजीत ढिल्लो, राजविन्द्र शर्मा, हरविन्द्र सिंह, रणजीत सिंह, प्रवीण गोयल, रमेश बजाज, दीपक कश्यप, पवन बागडवा, ओम सांई, राजीव मित्तल, योगेश शर्मा, प्रशांत छाबड़ा, राकेश फुटेला, श्रवण शर्मा, राकेश भाम्भू, सुभाष वर्मा, लोकेश व अन्य स्कूल संचालक मौजूद थे।


