ग्राम सेतु न्यूज. हनुमानगढ़.
मूंगफली की खेती से किसान लाखों की आय अर्जित कर सकते हैं। कृषि विभाग ऐसे किसानों को जागरूक करने में जुटा है। विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर बीआर बाकोलिया बताते हैं कि मूंगफली की बिजाई के लिए दोमट व रेतीली मिट्टी उपयुक्त है। 15 जून तक का समय बुवाई के लिए बेहतर है। बाकोलिया बताते हैं कि बुआई के वक्त 11 किलो यूरिया प्लस 50 किलो सिंगल सुपर फास्फेट का बैसल में उपयोग करने की जरूरत है। बरसात के बाद खेत तैयार हैं। किसानों के लिए यह उपयुक्त समय है।
बाकोलिया बताते हैं, ‘खरीफ में कॉटन के बाद ग्वार मुख्य फसल मानी जाती है। इसमें किस्म का चुनाव, बिजाई का समय, संतुलित उर्वरक, बैक्टिरियल ब्लाइट तथा फंगस जनित रोग पर नियंत्रण कर अच्छी उपज ली जा सकती है। हाल ही में अच्छी वर्षा हो चुकी है। मौसम साफ होने पर ग्वार की अच्छी पैदावार के लिए छह किलो बीज छह ग्राम स्ट्रेप्टोसाइकलिन को छह लीटर पानी में मिलाकर आधा घंटा भिगोने तथा बाद में सूखने पर उसमे दो ग्राम प्रति किलो बीज में कार्बेंडीजम से उपचारित करने की सलाह भी किसानों को दी जा रही है। विभागीय सलाह को मानकर खेती करने पर पैदावार प्रभावित होने का कम जोखिम रहता है।’