ग्राम सेतु न्यूज. हनुमानगढ़.
योजनाएं तभी अच्छी लगती हैं जब पात्र व्यक्तियों को समय पर लाभ मिले। अब प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को ही लीजिए। कहने को इसे किसानों की तकदीर बदलने वाली योजना के तौर पर प्रचारित किया जा रहा है लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है। आलम यह है कि हनुमानगढ़ जिले के काफी किसानों को एक साल से राशि नहीं मिल पाई है। अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि इस वक्त करीब 28 हजार से अधिक ऐसे किसान हैं जो किस्त पाने से वंचित हैं। सनद रहे, हनुमानगढ़ जिले में इस योजना के तहत करीब 1.65 लाख किसान पात्रता रखते हैं। करीब 28 हजार किसान किस्त न मिल पाने से व्यथित हैं। उनका कहना है कि एक तो सरकार ने योजना का लाभ पाने के लिए कागजी कार्रवाई जटिल कर रखी है। आधार सीडिंग सहित अन्य कागजी कार्रवाई के चलते हजारों किसान इसके दायरे से बाहर हैं। जो कागजी कार्रवाई पूर्ण कर रहे हैं तो उन्हें प्रशासनिक उदासीनता की वजह से लाभ नहीं मिलता। आपको बता दें, इस योजना के तहत संबंधित किसानों को साल में करीब छह हजार रुपए की आर्थिक सहायता मिलती है। उधर, हनुमानगढ केंद्रीय सहकारी बैंक के अधिकारी बताते हैं कि पटवारियों की उदासीनता के कारण दिक्कतें आ रही हैं। उनका कहना है कि पटवारियों से भूमि का सत्यापन जरूरी है तभी आधार लिंक की कार्रवाई हो सकती है। इसके बगैर कुछ भी संभव नहीं।