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राजस्थान के गृह, गोपालन, पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य विभाग राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने जयपुर सर्किट हाउस में पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य विभाग की समीक्षा बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि पशुपालकों, दुग्ध उत्पादकों एवं किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाए जाने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से जोड़कर उन्हें लाभांवित कराया जाए। उन्होंने पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक को निर्देश दिये कि दो माह में जिले के सभी पशुओं को खुरपका व मुंहपका रोग की वैक्सीन लगवाना सुनिश्चित कराएं। नस्ल सुधार कार्यक्रम के तहत जागरूकता गतिविधियां आयोजित कर पशुपालकों को नस्ल सुधार हेतु प्रोत्साहित करें। विभाग के अधिकारी पशुपालकों के लिए संचालित योजनाओं का प्रचार प्रसार न केवल धरातल पर करें बल्कि लक्ष्य निर्धारित कर सभी पशुपालकों को योजनाओं से जोडे़ं। उन्होंने निर्देश दिए कि भूमिहीन पशुपालकों का ब्लॉकवार सर्वे करे। बैठक में आए सुझाव के आधार पर कहा कि चारागाह भूमि पर गोशाला संचालित करने के प्रस्ताव से राज्य सरकार को अवगत कराकर उचित निर्णय कराया जाएगा।
दूध की गुणवत्ता पर दिया जोर
मंत्री ने अलवर सरस डेयरी के महाप्रबंधक को निर्देशित किया कि दुग्ध उत्पादक किसानों को आधुनिक तकनीकी से जोडे, उनके लिए संचालित योजनाओं का समयबद्ध लाभ दिलावे तथा डेयरी के दूध की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देवे। उन्होंने निर्देश दिये कि दुग्ध उत्पादक किसानों को योजनाओं की जानकारी देने हेतु समय-समय पर गोष्ठी व सम्मेलन कराएं। दूध में मिलावट करने वाले व्यक्तियों व समितियों के विरूद्ध कडी कार्रवाई करें। उन्होंने निर्देश दिये कि कार्य योजना बनाकर गोपालक किसानों को प्रोत्साहित कर उनके उत्पादों को उचित प्लेटफार्म प्रदान करें। मंत्री बेढम ने अलवर सरस डेयरी का निरीक्षण कर दुग्ध उत्पादों को तैयार करने की प्रक्रिया, दूध की जांच आदि का अवलोकन कर निर्देश दिये कि डेयरी में दूध की जांच इस प्रकार की जाए कि मिलावटखोरी तुरन्त पकड़ी जावे तथा मिलावट करने वालों के विरूद्ध डेयरी प्रशासन कड़ी कानूनी कार्रवाई अमल में लाएं।