

डॉ. पीयूष त्रिवेदी.
आखिर, सबसे ज्यादा ड्राई फ्रूट दूध में डाल के लोग क्यों खाते हैं? इस सवाल का जवाब केवल स्वाद या परंपरा तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक गहरा वैज्ञानिक, पोषणात्मक और मानसिक लाभ जुड़ा हुआ है। अब सोचिए, जब कोई माँ अपने बच्चे को सर्दियों की रात में गर्म दूध में भीगे हुए बादाम, अखरोट, किशमिश या काजू देती है, तो वो केवल प्यार या आदत से नहीं दे रही होती, बल्कि वह शरीर को एक ऊर्जा का बूस्टर देने का प्रयास कर रही होती है, जो न केवल रोगों से लड़ता है, बल्कि मस्तिष्क, मांसपेशियों और हड्डियों को भी मजबूत करता है।
दूध और ड्राई फ्रूट का रिश्ता क्यों इतना खास है?
दूध में प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन्स पहले से ही भरपूर होते हैं। लेकिन जब इसमें बादाम, अखरोट, काजू, पिस्ता और किशमिश जैसे ड्राई फ्रूट्स मिलते हैं, तब यह संयोजन सुपरफूड बन जाता है।
बादाम: मेमोरी बढ़ाने और ब्रेन पॉवर के लिए।
अखरोट: ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर, जो दिल और दिमाग के लिए वरदान है।
किशमिश: खून की कमी दूर करती है और शरीर को प्राकृतिक मिठास देती है।
काजू: हेल्दी फैट और जिंक का अच्छा स्रोत।
पिस्ता: इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
ड्राई फ्रूट और दूध, मतलब सम्पूर्ण पोषण
मानसिक और भावनात्मक लाभ भी जुड़ते हैं। हमारे शरीर को ऊर्जा की जरूरत होती है, लेकिन दिमाग को शांति की। दूध में ट्रिप्टोफान नामक अमीनो एसिड पाया जाता है, जो मेलाटोनिन बनाने में मदद करता है और नींद को बेहतर बनाता है। ड्राई फ्रूट्स, खासकर अखरोट और बादाम, दिमाग की थकान को कम करते हैं और न्यूरो ट्रांसमिशन को बेहतर बनाते हैं। इसलिए जब दूध और ड्राई फ्रूट एक साथ मिलते हैं, तो ये कॉम्बिनेशन मानसिक थकावट को दूर करता है और एक संतुलित मूड में मदद करता है।
ड्राई फ्रूट मिल्क को एक प्रकार का घरेलू इम्यूनिटी टॉनिक भी कहा जा सकता है। खासकर ठंड के मौसम में ये शरीर को भीतर से गर्म रखता है, जिससे सर्दी-जुकाम जैसी आम बीमारियों से बचाव होता है। आजकल जिम जाने वाले लोग भी ड्राई फ्रूट मिल्क को प्री-वर्कआउट या पोस्ट-वर्कआउट के रूप में लेते हैं क्योंकि यह मसल रिकवरी में मदद करता है। शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा देता है। प्रोटीन का नेचुरल स्रोत है। फैट्स भी हेल्दी होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म को तेज करते हैं।
आयुर्वेद में दूध को ‘सात्विक आहार’ माना गया है और ड्राई फ्रूट्स को ओज वर्धक। जब दोनों को मिलाकर सेवन किया जाता है, तो यह शरीर की ओजस शक्ति को बढ़ाता है, यानी शरीर में तेज, बल, और रोग प्रतिरोधकता।
भारतीय संस्कृति में हल्दी वाला दूध, केसर दूध, और ड्राई फ्रूट मिल्क सदियों से घर की रसोई का हिस्सा रहे हैं। त्योहारों, विवाहों या विशेष अवसरों पर इनका सेवन शुभ और सौभाग्यवर्धक माना जाता है। लोग सबसे ज्यादा ड्राई फ्रूट दूध में इसीलिए डालते हैं क्योंकि यह न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि स्वास्थ्य, मानसिक शक्ति, रोग प्रतिरोधक क्षमता, और ऊर्जा के लिए भी अमृत के समान होता है। यह एक पुरानी परंपरा नहीं, बल्कि आज के वैज्ञानिक युग में भी एक अत्यंत आवश्यक सुपर-फूड कॉम्बिनेशन है।
-लेखक आयुर्वेद विशेषज्ञ हैं तथा शासन सचिवालय जयपुर में पदस्थापित हैं
