
ग्राम सेतु डॉट कॉम.
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि किसान मेला एक महत्वपूर्ण अवसर है, जहां किसान नवीनतम कृषि तकनिकी उपकरणों और योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं। डॉ. किरोड़ी लाल मीणा 23 जनवरी को कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर में आयोजित तीन दिवसीय किसान मेले के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसान मेलों से हमे अपनी खेती को बेहतर बनाने और उन्नति के मार्ग पर बढ़ने मे मदद मिलती हैं। उन्होंने किसानों को बड़ी नसीहत भी दी। मीणा ने कहाकि कृषि में रसायनों के उपयोग कम करने हेतु किसानों को जैविक एवं प्राकृतिक खेती की ओर अग्रसर होना चाहिए। उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने हेतु समन्वित खेती प्रणाली को बढ़ावा देने की आवश्यकता जताई। कृषि मंत्री ने विश्वविद्यालय द्वारा वर्षा जल संरक्षण हेतु किए जा रहें। कार्य की प्रशंसा करते हुए पूरे देश में अनुकरणीय बताया। साथ ही कहा कि जोबनेर विश्वविद्यालय ने कृषि क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियों एवं नवचारो के माध्यम से प्रदेश के कृषि विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं।

डॉ. किरोडी लाल ने कहा कि मैं किसान का बेटा हूं, किसान की समस्या समझता हूं। उन्होंने किसानों को विश्वास दिलाया कि वे कृषि में विकास हेतु हर संभव प्रयास करेंगे। डॉ मीणा ने राजस्थान को इजरायल समकक्ष मरू प्रदेश बताते हुए इजरायल की नव तकनिकी को ग्राह्य बनाने हेतु किसानों, वैज्ञानिकों एवम कृषि अधिकारियों को इजरायल के किसानों के फार्म पर अवलोकन एवम प्रशिक्षण हेतु योजना बनाने करने का आह्वान किया।
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने किसान मेले में कृषि प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। उन्होंने सभी स्टॉल के अवलोकन के दौरान वैज्ञानिकों, अधिकारियों एवम प्रदर्शनी आयोजको से किसान के रूप में नवीन तकनिकी की जानकारी प्राप्त की। डॉ मीणा ने किसान मेले की प्रशंसा करते हुए कहा कि किसान मेला कृषकों एवं कृषि वैज्ञानिकों को एक मंच पर लाने का कार्य करता है। विश्विद्यालय द्वारा तीन दिवसीय कृषि मेले का आयोजन करना एक अनूठी पहल है। इस मेले से किसानों को कृषि वैज्ञानिकों द्वारा कृषि से संबंधित महत्पूर्ण जानकारियां प्राप्त करने का मौका मिलता है ।
कुलपति डॉ बलराज सिंह ने विश्विद्यालय द्वारा कृषि अनुसंधान, प्रसार एवम शिक्षा हेतु किए जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए कृषि नवाचारों को किसानों तक त्वरित पहुंचाने के उद्देश्य से किसान मेलो की उपयोगिता बताई। डॉ बलराज सिंह ने कृषि मंत्री को राजस्थान में कृषि के साथ उद्यानिकी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए दुर्गापुरा में उद्यानिकी महाविद्यालय को शीघ्र विकसित करने का विश्वास दिलाया। सिंह ने बताया कि इस तीन दिवसीय किसान मेले में 15 हजार से अधिक किसानों ने भागीदारी निभाई जिसमें बढ़ी संख्या में महिला कृषक भी सामिल है। इसके अतिरिक्त विभिन्न विद्यालयों एवं महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भी बढ़ चढ़कर भाग लिया एवम नवचारो से रूबरू हुए। किसान मेले में लगभग 100 से अधिक कृषि प्रदर्शनियां लगाई गयी। कार्यक्रम के दौरान प्रसार शिक्षा निदेशालय की फार्म टेक एशिया कृषि स्मारिका 2024 का विमोचन भी किया गया। डॉ सुदेश कुमार ने आभार जताया।