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अखिल भारतीय साहित्य परिषद हनुमानगढ़ की ओर से कागद पुस्तकालय में राजस्थानी व हिंदी के कवि वीरेंद्र छापोला को सर्व भाषा साहित्य सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि भाजपा के नगर मंडल अध्यक्ष प्रकाश तंवर ने कहा आज का युवा मोबाईल में व्यस्त है उनको साहित्य से जोड़ने के लिये इस प्रकार के कार्यक्रम लगातार होने चाहिए जिससे युवा वर्ग को प्रेरणा मिले। साहित्य समाज का दर्पण है, साहित्य द्वारा ही समाज को प्रेरणा मिलती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ रचनाकार श्याम सुंदर मेहन ने कहा कि साहित्य गुरु की भूमिका निभाता है जो केवल ज्ञान का स्रोत ही नहीं है, वह हमे जीवन जीने की कला भी सीखाता है। विशिष्ठ अतिथि अतिथि नगर मंडल उपाध्यक्ष पुरषोत्तम सोनी ने कहा साहित्य की शिक्षा हमारे जीवन को एक नई दिशा देती है। मुख्य वक्ता वरिष्ठ साहित्यकार दीनदयाल शर्मा ने कहा आज के इस दौर में कागद फाउंडेशन व अखिल भारतीय साहित्य परिषद साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रही है मैं सभी को साधुवाद देता हूं व कवि वीरेंद्र को बधाई देता हूं। परिषद महामंत्री सुरेंद्र सत्यम ने कहा कि हमारा उद्देश्य हिंदी, राजस्थानी साहित्य को आगे बढ़ाना है। परिषद उपाध्यक्ष डॉक्टर प्रेम भटनेरी ने कहा इस प्रकार के कार्यक्रम लगातार होने चाहिए जिससे साहित्यकारों को प्रोत्साहन मिल सके। परिषद प्रचार प्रमुख डॉक्टर राजवीर सिंह ने कहा कि साहित्य से जुड़ना श्रेष्ठ कार्य है, साहित्य में सरस्वती का वास होता है, कवि देव बाबू ने कविता पाठ किया।
परिषद अध्यक्ष नरेश मेहन ने हिंदी व राजस्थानी के कवि वीरेंद्र छापोला को सम्मानित होने पर बधाई व शुभकामनाएं दी व इसी प्रकार आगे भी अपना रचनाकर्म जारी रखेंगे। जिससे समाज की अच्छा साहित्य मिल सके और कहा की आज के युवाओं में घटता साहित्य प्रेम चिंताजनक है साहित्य के बिना जीवन अधूरा है, साहित्य पढ़ने से मनुष्य में संस्कार आते हैं।

