ग्राम सेतु ब्यूरो.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जनप्रतिनिधियों और अफसरों से दो टूक कहाकि वे सब अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का गंभीरता के साथ निर्वहन करें। भले वे ग्राम विकास अधिकारी हों या फिर जिला कलक्टर। सरपंच व पार्षद हों या विधायक। बीडीओ हों या फिर निकाय आयुक्त अथवा ईओ। सबकी अपनी जिम्मेदारियां हैं। टाल मटोल की प्रवृत्ति छोड़नी होगी। जयपुर के सांगानेर में जन सुनवाई केंद्र का उद्घाटन के मौके पर उन्होंने प्रदेश भर के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को नसीहत दी। मुख्यमंत्री ने कहाकि सरकारी दफ्तरों से लोगों का विश्वास उठ रहा है क्योंकि वहां पर लेटलटीफी है। हमें इस व्यवस्था में परिवर्तन लाना है। नियमानुसार सबका दायरा है, उसे पार नहीं करना लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि अपने दायरे के तहत उचित काम भी न करें। अगर किसी पीड़ित का काम नहीं होता है तो यह सामूहिक जिम्मेदारी का मसला है। इससे पार्षद, सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी, बीडीओ और कलक्टर के कामों का मूल्यांकन होगा। उन्होंने कहाकि प्रत्येक समस्या को श्रेणीबद्ध किया जाए तभी उसका नियमानुसार समाधान सुनिश्चित हो सकेगा।