


ग्राम सेतु ब्यूरो.
मानसून दस्तक दे रहा है और घग्घर बहाव क्षेत्र के लोगों में फिर बेचैनी महसूस होने लगी है। कलक्टर कानाराम सिंचाई विभाग के एसई शिवचरण रैगर सहित अन्य अधिकारियों के साथ घग्घर बहाव क्षेत्र के तटबंधों का निरीक्षण करने पहुंचे। गंगागढ़ के पास वाले क्षेत्र में श्रीनगर सरपंच नवनीत संधू ने कलक्टर के सामने प्रशासनिक व्यवस्था पर असंतोष जाहिर किया और कहाकि साल भर पहले भयावह स्थिति होने के बावजूद इस दौरान प्रशासन ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया।

बकौल सरपंच नवनीत संधू ‘श्रीनगर पंचायत के चक और ढाणियों मं संभावित बा़ढ़ की आशंका पहले की तरह है। इसका प्रमुख कारण कुछ किसानों द्वारा तटबंधों के साथ छेड़खानी करना है। चूंकि सिंचाई विभाग ने इस संबंध में किसानों को कोई गाइडलाइन मुहैया नहीं करवाई है, इसलिए यह स्थिति है। आलम यह है कि बहाव क्षेत्र घटकर आधा बीघा से भी कम रह गया है। इससे जंक्शन, टाउन, श्रीनगर, दो केएनजे, मक्कासर आदि के तटबंधों पर पानी का प्रेशर पड़ना स्वभाविक है।’ सरपंच नवनीत संधू के मुताबिक, पिछले साल घग्घर में पानी की मात्रा बढ़ने पर मक्कासर की ओर अवैध बांध बनने से श्रीनगर, फतेहगढ़, रामसरा, खिलेरीवास सहित अनेकों छोटी-छोटी ढाणी या एवं चक डूबने की कगार पर थीं। कलक्टर कानाराम ने तटबंधों का जायजा लिया और समय से पहले उचित कदम उठाने के निर्देश दिए। इस मौके पर एसडीएम दिव्या चौधरी भी मौजूद थीं।
