‘किसान मित्र’ की छवि तैयार कर रहे कलक्टर कानाराम, जानिए….कैसे ?

ग्राम सेतु डॉट कॉम.
हनुमानगढ़ जिले का मुख्य आधार है कृषि। यानी खेती-किसानी और किसान। लिहाजा, जिला कलक्टर कानाराम अपनी प्राथमिकताओं में खेती किसानी को सर्वोपरि रखने का भरसक प्रयास करते दिख रहे हैं। पदस्थापित होने के बाद जिस तरह उन्होंने सिंचाई परियोजनाओं को देखने और समझने में रुचि दिखाई इससे लोगों में उनके प्रति सकारात्मक छवि घर कर रही है।
कलेक्टर काना राम का यह प्रयास जारी है। बहरहाल, उन्होंने प्रगतिशील कृषकों के खेतों का भ्रमण कर कृषि की विभागीय योजनाओं की प्रगति एवं फसल स्थिति का अवलोकन किया। चक 10 एसबीएन (सालीवाला) में प्रगतिशील कृषक हनुमान सिहाग के किन्नू, डेजी और माल्टा बाग का अवलोकन किया। बोलांवाली में प्रगतिशील कृषक हनुमान मेघवाल के डेरी फार्म, चक 16 एमकेएस (मानकसर )में प्रगतिशील और उद्यानिकी स्नातक युवा कृषक दक्ष अरोड़ा के पॉलीहाउस का अवलोकन किया। कलेक्टर ने मौजूद किसानों को कृषि विभाग एवं जायका परियोजना द्वारा नहरों के पक्का निर्माण एवं डिग्गी अनुदान एवं उद्यान विभाग द्वारा देय सोलर अनुदान वर्मी कंपोस्ट यूनिट, नए फल बगीचे एवं ड्रिप संयंत्र के बारे में जानकारी दी।
किसानों ने बताया कि कृषि विभाग के सहयोग से यह फार्म विकसित किया गया है, इसके उन्नत करने में कृषि विभाग का काफी सहयोग रहा। एसबीएन माइनर के अध्यक्ष कृष्ण सिहाग के नेतृत्व में कृषकों के समूह से कलक्टर काना राम ने कृषि संबंधित विस्तृत चर्चा की। कृषि से संबंधित समस्याओ पर बातचीत की और सकारात्मक समाधान के लिए आश्वस्त किया। किसानों ने कलेक्टर को गत वर्ष कॉटन में गुलाबी सुंडी से हुए प्रकोप के बारे में बताया तथा किसानों ने कहा कि यदि गुलाबी सुंडी का समाधान नहीं मिला तो इस एरिया का किसान बहुत पिछड़ जाएगा। कलेक्टर के निर्देश पर कृषि विभाग के सहायक निदेशक बीआर बाकोलिया ने गुलाबी सुंडी के प्रकोप और प्रबंधन की पूरी जानकारी दी।
बाकोलिया ने बीटी कॉटन का प्रबंधन बताते हुए कॉटन की बनसटियों का सही तरीके से बुआई पूर्व निस्तारण, उचित समय पर बुआई, पौधांे की संख्या अनुकूल रखने अर्थात अधिक सघनी नही रखने, खेत में फेरोमोन ट्रैप का उपयोग बढ़ाने आदि जानकारी दी।
इसके पश्चात ग्राम बोलांवाली में प्रगतिशील कृषक हनुमान मेघवाल के डेरी फार्म का अवलोकन किया एवं किसान से डेयरी एवं कृषि संबंधित विस्तृत चर्चा की। साथ ही कृषक को दुग्ध उत्पादन एवं उन्नत पशुपालन व दुग्ध उत्पादन का प्रसंस्करण करके अतिरिक्त लाभ लेने हेतु प्रोत्साहन दिया।
चक 16 एमकेएस (मानकसर )में प्रगतिशील और उद्यानिकी स्नातक यूवा कृषक दक्ष अरोड़ा के पॉलीहाउस का अवलोकन किया। जिसमें कृषक ने खीरे की फसल की बुवाई कर रखी है पॉलीहाउस में आने वाली समस्याओं, पॉलीहाउस पर देय अनुदान के बारे में कृषक से जिला कलेक्टर की विस्तृत चर्चा हुई।
कलक्टर ने कृषि विभाग के अधिकारियों को लगातार फील्ड में सक्रिय रहकर कृषकों की समस्याओ के लगातार उचित समाधान के निर्देश दिए। भ्रमण के दौरान सहायक निदेशक कृषि बी आर बाकोलिया,कृषि अधिकारी सुभाष चंद्र, सहायक कृषि अधिकारी रविंद्र गोदारा, जसपाल सहारण, जयप्रकाश, जगसीर सिंह, कृषि पर्यवेक्षक मोहनसिंह मान, धर्मपाल नैन, राजेंद्र बुडानिया, विनोद माहर, सुमन आदि मौजूद थे।

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