कृषि महोत्सव में नॉलेज और मनोरंजन का तड़का, जानिए… कैसे ?

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ग्राम सेतु ब्यूरो.
कृषि महोत्सव किसानों के लिए नवाचारों युक्त, कृषक-वैज्ञानिक संवाद द्वारा किसानों के लिए ज्ञानवर्धन, सांस्कृतिक कार्यक्रम मनोरंजन से भरपूर रहा। रविवार को भी जिले और प्रदेश भर से एसकेडी में किसानों का जमावड़ा रहा। विदित रहे कि 8 मार्च से शुरू कृषि महोत्सव 2025, उन्नत कृषि तकनीकी मेले का समापन समारोह सोमवार को आयोजित होगा। रविवार को कलेक्टर काना राम ने कृषि मेले में विभिन्न स्टार्टअप द्वारा लगाई गई 300 स्टॉल्स, पशु सौंदर्य प्रतियोगिता के लिए आए पशुओं, फार्मर हट और राजीविका की स्टॉल का बारीकी से निरीक्षण किया और स्टार्टअप द्वारा किए जा रहे नवाचारों की जानकारी ली। इस मौके पर जिला कलेक्टर काना राम ने कहा कि जिले में कई वर्षों बाद विशाल कृषि मेले का आयोजन किया गया है। किसान इसका भरपूर लाभ उठा रहे है, मेरा सभी जिलेवासियों से पुनः आग्रह है कि वो कृषि मेले में जरूर पहुंचे, यह आपकी आय दुगुनी करने में सहायक होगा। कृषि महोत्सव में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में हास्य कलाकार ख्याली सहारण ने अपने निराले अंदाज में शमां बांधा। बॉलीवुड प्लेबैक सिंगर श्रेया पालीवाल, राजस्थानी, हरयाणवी, पंजाबी कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। मानस टीम ने नशा मुक्ति नाटक का मंचन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में पूर्व सांसद भरतराम मेघवाल, एडीजे शिवचरण मीना, देवेंद्र अग्रवाल, श्याम सुंदर, एसकेडी डायरेक्टर बाबूलाल जुनेजा, दिनेश जुनेजा सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी और किसान मौजूद रहें।


उत्पादों को खरीदने के लिए उमड़ी भीड़
कृषि मेले के साथ ही 8 से 11 मार्च तक राजसखी मेला 2025 का आयोजन किया जा रहा है। मेले में प्रदेश के कोने-कोने से आई स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित अनूठे उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है तथा बिक्री के लिए स्टॉल्स लगाई गई है। मेले में खरीददारों की भीड़ रही। श्री वैभव अरोड़ा ने बताया कि मेले में प्रत्येक दिन 999 रुपए से अधिक की खरीद पर तीन लक्की ड्रा निकालकर पुरस्कार वितरण किया जा रहा है। रविवार को भी लक्की ड्रा द्वारा तीन पुरस्कारों का वितरण किया गया। जिसमें हनुमानगढ़ की जयश्री मोदी ने लक्की ड्रा में वाशिंग मशीन जीती।
कृषक वैज्ञानिक संवाद से कृषकों का हुआ ज्ञानवर्धन
मेले में दोपहर पश्चात पशु सौंदर्य प्रतियोगिता आकर्षण का केंद्र रही। भैंसे, घोड़ा और घोड़ी इत्यादि की सौंदर्य प्रतियोगिता हुई। जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले पशुओं के पालकों को नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही कृषक संवाद, कृषक चौपाल, पशुपालक चौपाल में डॉ. जेपी डबास, डॉ. एसआर मीना, डॉ. विजय प्रकाश आर्य, डॉ. बीएस यादव, डॉ. प्रदीप पगारिया, डॉ. जितेंद्र सिंह बराड़, डॉ. जय नारायण बेनीवाल, डॉ. जगदीश अरोडा, डॉ. अरविंद अहलावत, डॉ. राव, डॉ. दयाराम ने कृषकों और पशुपालकों को जानकारी दी। कृषक वैज्ञानिक संवाद के उपरांत प्रश्नोत्तरी हुई, जिसमें सही जवाब देने वाले कृषकों को विशेष पुरस्कार वितरित किया गया।

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