


ग्राम सेतु ब्यूरो.
बीजेपी ने लोकसभा चुनाव जीतने के लिए अब पंचायतीराज से जुड़े जनप्रतिनिधियों को भी टार्गेट निर्धारित करने का फैसला किया है। पार्टी का मानना है कि महिला आरक्षण के बूते महिलाओं को आकर्षित करने का प्रयास हो ताकि निर्णायक वोट हासिल कर सकें। इसके लिए नारी शक्ति अभियान के माध्यम से आधी दुनिया को साधने की रणनीति चल रही है। जयपुर स्थित भाजपा कार्यालय में हुई कार्यशाला में वरिष्ठ नेताओं ने कहाकि इसमें सरपंचों, पंचायत समिति व जिला परिषद सदस्यों को टार्गेट दिया जाए। क्योंकि उनकी हर घर तक पहुंच होती है। ऐसे में वे महिलाओं को प्रभावित करने में सक्षम हैं।
ग्रामीण महिलाओं को प्रभावित करने के लिए महिला स्वयं सहायता समूह व एनजीओ का भी सहयोग लिया जाएगा। गांव में रहने वाली महिलाओं को आजीविका के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्हें केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा ताकि वे पार्टी के प्रति आकर्षित हो सके। संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, अभियान की राष्ट्रीय संयोजक विजया राहटकर, ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा, सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री डॉ मंजू बाघमार ने अपनी बात रखी।
राष्ट्रीय संयोजिका विजया राहटकर कहती हैं, ‘अभियान के तहत देशभर में कार्यशाला आयोजित होंगी। ग्रामीण विकास मंत्रालय के तहत देशभर में एक करोड़ महिला ग्रुप सक्रिय हैं। जिसमें करीब 11 करोड़ महिलाएं जुड़ी हुई हैं। यदि हम सभी प्रत्येक महिला के साथ चार सदस्य और जोड़ेंगे तो यह संख्या 44 करोड़ होती है। गांव के सरपंच, प्रधान, जिला प्रमुख, विधायक, सांसद, प्रदेश के मंत्री और केंद्रीय मंत्रियों की भी भूमिका रहेगी।’