आज नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री की शपथ लेंगे। साथ ही उनका मन्त्रिमण्डल शपथ लेगा। संभावित मन्त्रियों को मोदी जी की धड़ाधड़ फोन आ रहे हैं। मुझे अभी तक फोन नहीं आया। बेचैन हो रहा हूं।
वैसे अनुराग ठाकुर को भी अभी तक कोई फोन नहीं आया है। पर यह कोई तसल्ली की बात नहीं है। जो कहिए कि मैं किसी सदन, लोकसभा या राज्यसभा का सदस्य नहीं हूं, तो तमिलनाडु के श्री अन्नामलाई और पंजाब के श्री रवनीत बिट्टू भी तो किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। और मुझे यदि मन्त्री बना दिया गया
तो मैं राहुल गांधी द्वारा खाली की गयी वायनाड (केरल) सीट पर चुनाव लड़कर बहुत भारी मार्जिन से जीत जाऊंगा, इसमें किसी प्रकार का संशय नहीं होना चाहिए।
वायनाड की जनता मेरा ही इन्तजार कर रही है। जो आप कहें कि मैं तो केरल निवासी नहीं, तो मैं यही कहूंगा कि चौरासी लाख योनियों में मैंने पता नहीं कितनी बार केरल में जन्म लिया। कई बार मैं वहां नारियल के पेड़ पर कोई कीट बनकर रहा हूं। और इससे भी परे यह कि मेरी अखिल भारतीय छवि बल्कि वैश्विक छवि मुझे वायनाड में ही क्यों,
कहीं से भी चुनाव जिता देगी। इसलिए नरेन्द्र मोदी निश्चिन्त होकर मुझे अपने कैबिनेट में ले सकते हैं। और राज्यसभा में तो मुझे जिस राज्य से टिकट देंगे,
वहां से मैं अनायास ही जीत जाऊंगा। मेरे अनुपम व्यक्तित्व और अनाकलनीय कार्यों को देखते हुए पक्ष – विपक्ष दोनों एक होकर वोट मुझे देंगे। मोदी जी एक बार आजमाकर तो देखें। फोन की घंटी बजते ही मैं हुलसकर फोन उठाता हूं ,
पर वहां से कोई फोन नहीं आ रहा है।
पता नहीं क्या बात है। यदि आपको कुछ मालूम हो तो बताइए ना। मैं आपकी बलैयां लूंगा।
-व्यर्थचिन्तक बिनबातका धुरन्धर