जहरमुक्त खेती के प्रणेता थे ओपी मांझू, ‘हकीकत’ के सदस्यों ने संस्थापक को किया याद

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ग्राम सेतु डेस्क.
हनुमानगढ़ जंक्शन स्थित हकीकत केंद्र में हमारा कुदरती खेती संस्थान के संस्थापक ओमप्रकाश मांझू की चौथी पुण्यतिथि श्रद्धा और समर्पण के साथ मनाई गई। संस्था के सभी सदस्यों ने ओमप्रकाश मांझू के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। संस्था के अध्यक्ष भगवान सिंह खुड़ी ने बताया कि ओमप्रकाश मांझू ने लंबे समय से जैविक खेती करने वाले बिखरे हुए किसानों को एकत्रित कर उन्हें एक मंच दिया ओर आज वह स्वप्न धरातल पर सच हुआ है। उन्होंने बिना रासायनिक खाद और कीटनाशक दवाओं के उपयोग के प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया और किसानों को इस दिशा में प्रेरित किया। संस्था के माध्यम से जैविक उत्पादों को आमजन तक पहुँचाने का कार्य किया जा रहा है, जिससे लोग जहर मुक्त भोजन प्राप्त कर सकें। भगवान सिंह ने यह भी बताया कि हकीकत संस्था के सभी उत्पाद लैब टेस्टेड होते हैं, ताकि उपभोक्ताओं को शुद्ध और सुरक्षित सामग्री उपलब्ध कराई जा सके। कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व पार्षद और हकीकत के उपभोक्ता जसपाल सिंह ने ओमप्रकाश मांझू के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि किसानी हमेशा से सेवा और समर्पण का कार्य रही है, लेकिन आज के समय में इसे केवल मुनाफे की दृष्टि से देखा जा रहा है। इसी सोच के कारण किसान प्राकृतिक पद्धतियों को छोड़ रासायनिक उपायों की ओर झुक रहे हैं। परंतु मांझू जी की सोच और उनके द्वारा शुरू की गई मुहिम आज भी किसानों और उपभोक्ताओं के बीच सेतु का कार्य कर रही है। इस अवसर पर हकीकत संस्था के सभी सदस्यों ने यह संकल्प लिया कि वे ईमानदारी से आमजन को जहर मुक्त और प्राकृतिक उत्पाद निरंतर उपलब्ध कराते रहेंगे। कार्यक्रम के अंत में मांझू की स्मृति में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर प्रेम महिया, प्रवीण गोदारा, हरदीप सिंह, राजेंद्र कुमार, केशव, सौरभ सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।

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