ग्राम सेतु न्यूज सर्विस.
हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय में नई खुंजा स्थित कल्याणभूमि में दूर से ही एक टावर दिखाई देता है। दरअसल, यह टावर नहीं बल्कि पक्षियों का सात मंजिला आवास स्थल है। इसे पक्षी विश्रामगृह नाम दिया गया है। क्षेत्र के वरिष्ठ उद्योगपति शिवरतन खड़गावत ने दो दिवंगत युवा पुत्रों की चिरस्मृति में इस पक्षी विश्रामगृह का निर्माण करवाया है। मनीष खड़गावत चेरिटेबल टस्ट के मुख्य टस्टी शिवरतन खड़गावत, गौरव खड़गावत व गौतम खड़गावत ने मनीष खड़गावत व अमित खड़गावत की स्मृति में इसका निर्माण करवाया है। करीब 15 दिनों में तैयार इस 7 मंजिला पक्षी विश्रामगृह में करीब 425 पक्षी निवास कर सकते हैं। इसकी उंचाई करीब 70 फीट है। गुजरात से पहुंची कारीगरों की टीम ने इसे तैयार किया है और इस पर करीब 8.50 लाख रुपए की लागत आई है।
उद्योगपति शिवरतन खडगावत बताते हैं, ‘टाउन स्थित गोशाला में यह प्रयोग किया गया जिसकी खबर मिली तो मुझे भी पक्षियों के लिए कुछ खास करने की प्रेरणा मिली। जानकारी जुटाई और अभियान सफल रहा। इसमें पक्षियों के दाना-पानी की व्यवस्था भी करवाई गई है ताकि पक्षियों को इसके लिए दूर-दूर तक भटकना नहीं पड़े।’
कर सलाहकार एडवोेकेट रोहित अग्रवाल बताते हैं, ‘खड़गावत परिवार शुरू से सामाजिक कार्यों में ब़ढ़ चढ़कर भाग लेता रहा है। पक्षियों के लिए यह पहल बेहद सराहनीय है। इनक जितनी प्रशंसा की जाए, कम है। इससे बाकी लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी।’
उद्यमी गौरव खड़गावत कहते हैं, ‘ईश्वर कण-कण में विद्यमान हैं। प्रदूषण के कारण पक्षियों की तादाद कम हो रही है। इससे पर्यावरण संरक्षण मुश्किल हो रहा है। इस तरह के प्रयासों से ही पक्षियों का संरक्षण संभव है। पक्षी विश्रामगृह में सीमेंट का उपयोग नहीं किया गया है क्योंकि इससे गर्मी में पक्षी परेशान होंगे। टाइल्स का उपयोग किया गया है ताकि पक्षियों को गर्मी में भी ठण्डक का अहसास हो।’