
ग्राम सेतु ब्यूरो.
हनुमानगढ़ जिले की नोहर पंचायत समिति साधारण सभा की बैठक में प्रधान और पुलिस के बीच तकरार हो गई। नाराज प्रधान सोहन ढिल ने थाना प्रभारी को मीटिंग से बाहर भेज दिया। प्रधान सोहन ढिल कहते हैं, ‘ डायरेक्टर मंगेज चौधरी ने खुईयां थाना क्षेत्र में नकली खाद प्रकरण के बारे में पुलिस कार्यवाही की जानकारी चाही। मीटिंग में डीएसपी व थाना प्रभारी मौजूद थे। पिछली बैठक में आरोप लगाया गया था कि प्रकरण में थाना प्रभारी की संलिप्तता है। इसलिए जांच में गड़बड़ी की जा रही है। इसलिए सदन ने यह मांग की थी कि डीएसपी खुद फाइल को अपने पास मंगाएं और इसकी निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करें। डीएसपी ने सदन को आश्वस्त किया था कि प्रकरण वे खुद देखेंगे। मीटिंग में डीएसपी अपनी बात रख रहे थे कि मंगेज चौधरी ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया और चना चोरी प्रकरण का जिक्र किया जिसमें पुलिस जिसे चोरी मानने से इनकार कर रही थी, जब किसानों ने धरना लगाया, उच्चाधिकारी ने गंभीरता दिखाई तो फिर उन चोरों को जेल भेजा गया। इस बात पर मैंने एक कहावत का जिक्र किया जिसके मुताबिक, कोई व्यक्ति सौ प्याज भी खाए और सौ जूते भी खाए। ऐसा क्यों होता है कि पुलिस के खिलाफ धरने प्रदर्शन हों। फिर पुलिस कार्रवाई करे। समय रहते सही काम हो तो कानून व्यवस्था बाधित होने की नौबत ही क्यों आए। इस बीच थाना प्रभारी को पता ही उस फाइल से क्या दिक्कत थी। वे जोर-जोर से बोलने लगे। मैंने उन्हें टोका कि आपके उच्चाधिकारी अपनी बात रख रहे हैं, आप बीच में क्यों बोल रहे हो। उन्होंने कहाकि आप जूते मारने की बात कर रहे हो। मैंने समझाया कि हम किसी को जूते मारने की बात नहीं कर रहे हैं, सिर्फ कहानी सुनाई है। आप बैठ जाओ। जब वे नहीं माने तो हमने साफ कहा कि जब आप जनप्रतिनिधियों, एसडीएम, डीएसपी व अन्य अधिकारियों की गरिमा का ध्यान नहीं रख रहे तो आप इसी वक्त सदन से बाहर चले जाइए।’

पंचायत समिति प्रधान सोहन ढिल ने सीआई को निकृष्ट और भ्रष्ट बताते हुए कहाकि न जाने ऐसे अधिकारी को थाने का चार्ज क्यांें दे रखा है। फरियादियों के साथ इनका बर्ताव ठीक नहीं। ऐसे में हम क्या करें ? ढिल ने सीआई को सस्पेंड करने की मांग की है। सदन में निंदा प्रस्ताव पारित कर कार्रवाई करने की मंशा प्रकट की गई है।