


ग्राम सेतु ब्यूरो.
हनुमानगढ में कलक्टर कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन पड़ाव डाले किसानों के साथ प्रशासन समझाइश में जुटा है। भाखड़ा नहर प्रणाली में पानी की उपलब्धता और वितरण प्रक्रिया को स्पष्ट करते हुए जिला प्रशासन ने रविवार को किसानों से अपील जारी की। मीडिया के माध्यम से प्रशासन ने सिंचाई विभाग की ओर से जारी जानकारी में पानी का गणित समझाने का प्रयास किया है।
जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता रामाकिशन ने जानकारी दी कि भाखड़ा सिंचाई प्रणाली को सतलुज नदी पर बने भाखड़ा बांध से पानी उपलब्ध कराया जाता है। बांध में 21 मई से 20 सितंबर तक संग्रहित और 21 सितंबर से 20 मई तक संभावित जल आवक के आधार पर भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) प्रतिवर्ष राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के लिए जल वितरण का निर्धारण करता है। वर्ष 2024 में कम वर्षा के कारण 20 सितंबर को बांध का जलस्तर 1680 फीट की पूर्ण क्षमता के मुकाबले केवल 1648 फीट रहा। इस आधार पर राजस्थान को 1,68,900 क्यूसेक-दिवस जल आवंटित किया गया।
अधीक्षण अभियंता ने बताया कि भाखड़ा रेगुलेशन समिति, जिसमें क्षेत्र के सभी विधायक, परियोजना अध्यक्ष, वितरण समिति अध्यक्ष और किसान संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हैं, ने 1 अक्टूबर और 25 नवंबर 2024 को हुई बैठकों में रबी फसल के लिए 7 जनवरी तक 1200 क्यूसेक पानी चलाकर दो में से एक समूह में (कुल 7 बारी) सिंचाई का प्रस्ताव पारित किया। 4 मार्च, 2025 तक 850 क्यूसेक पानी चलाकर तीन में से एक समूह में (कुल 2 बारी) सिंचाई एवं 4 मार्च से 20 मई तक पेयजल की आवश्यकता के लिए पानी चलाने पर प्रस्ताव पारित किया गया। इसी अनुसार पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है।
एसई रामाकिशन ने बताया कि यह निर्णय इस अनुमान के आधार पर लिया गया है कि ड्राई सीजन में पानी की आवक औसत से 16 फीसदी अधिक होगी। राज्य सरकार और विभाग बीबीएमबी से अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। हालांकि, वर्तमान में जल आवक पिछले वर्षों की तुलना से भी कम होने के कारण अतिरिक्त आवंटन संभव नहीं है। यदि फरवरी-मार्च में जल आवक में वृद्धि होती है, तो किसानों को अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा।
जिला प्रशासन की किसानों से अपील
जिला प्रशासन और जल संसाधन विभाग भाखड़ा क्षेत्र के किसानों से अपील करता है कि वे सिंचाई पानी के शेयर (1800 क्यूसेक, 1600 क्यूसेक, 1200 क्यूसेक) को लेकर किसी भी प्रकार के भ्रम में न पड़ें। भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड जल वितरण का निर्धारण बांध में उपलब्ध जल की मात्रा के आधार पर करता है। जल संसाधन विभाग किसानों को अधिकतम पानी उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयासरत है और आवश्यकता अनुसार हर संभव कदम उठाएगा। किसानों से अनुरोध है कि वे प्रशासन का सहयोग करें।

