



ग्राम सेतु ब्यूरो.
हनुमानगढ़ जिले में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने छात्रों से 10 रुपये प्रति छात्र अतिरिक्त शुल्क वसूलने के आदेश का विरोध करते हुए इस फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग की है। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सुरेश शर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने निर्देशक निर्देशालय, बीकानेर और जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक), हनुमानगढ़ को ज्ञापन सौंपकर इस आदेश को अनुचित करार दिया। जिला महासचिव भारतभूषण कौशिक ने बताया कि समान परीक्षा योजना के तहत पहले ही छात्रों से शुल्क लिया जा चुका है, लेकिन अब 10 रुपये प्रति छात्र अतिरिक्त शुल्क जमा करवाने का नया आदेश जारी कर दिया गया है। यह आदेश न केवल अनावश्यक है, बल्कि इससे परीक्षा प्रक्रिया को दोबारा दोहराने जैसी स्थिति उत्पन्न होगी। उन्होंने बताया कि इस समय 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं, जबकि केवल 9वीं और 11वीं की परीक्षाएं ही संचालित हो रही हैं। बावजूद इसके, यह शुल्क 9वीं से 12वीं तक सभी कक्षाओं से वसूला जा रहा है, जो कि पूरी तरह अनुचित है।

आरटीई भुगतान में भी हो रही है देरी
एसोसिएशन जिलाध्यक्ष सुरेश शर्मा ने ज्ञापन में यह भी मांग की है कि आरटीई (निःशुल्क शिक्षा का अधिकार अधिनियम) के तहत लंबित भुगतान शीघ्र जारी किए जाएं और सत्र 2024-25 के लिए आरटीई बिल तुरंत जनरेट करने के आदेश जारी किए जाएं। महत्वपूर्ण मुद्दा यह है कि सत्र 2025-26 के लिए जो टाइम फ्रेम जारी किया गया है, उसमें बिल जनरेट करने और पुनर्भरण राशि के भुगतान की कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है, जबकि पूर्व में समय सीमा तय की जाती रही है। इससे भुगतान प्रक्रिया में देरी की आशंका है। एसोसिएशन ने इस बात पर जोर दिया कि समय सीमा निर्धारित की जाए, ताकि आरटीई भुगतान में अनावश्यक विलंब न हो।

मंत्री सुमित गोदारा को भी सौंपेंगे ज्ञापन
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने यह भी घोषणा की है कि गुरुवार को हनुमानगढ़ दौरे पर आ रहे जिला प्रभारी मंत्री सुमित गोदारा को भी इस विषय पर ज्ञापन सौंपा जाएगा। मंत्री के समक्ष इस मुद्दे को प्रभावी तरीके से उठाया जाएगा, ताकि आदेश को रद्द करवाया जा सके और आरटीई भुगतान में भी तेजी लाई जा सके। इस अवसर पर ज्ञापन सौंपने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में कई वरिष्ठ पदाधिकारी और सदस्य शामिल थे, जिनमें प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष सुरेश शर्मा, जिला महासचिव भारतभूषण कौशिक, जिला महामंत्री अशोक सुथार, तहसील अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह व विजय सिंह चौहान, सदस्य महावीर पंचारिया, श्रीप्रकाश शर्मा, रणजीत सिंह, योगेश शर्मा, प्रवीण वर्मा, दलवीर सिंह, मनीष जैन, संदीप सहारण, दलीप, ओमप्रकाश सांई, अशोक सुथार, भारतेन्दू सैनी और रमेश बजाज आदि शामिल हैं।
क्या होगा आगे?
अब देखना यह होगा कि एसोसिएशन की इस मांग पर प्रशासन और शिक्षा विभाग क्या कदम उठाते हैं। साथ ही, मंत्री सुमित गोदारा के समक्ष इस ज्ञापन को रखने के बाद क्या निर्णय लिया जाता है, इस पर सभी की निगाहें टिकी हैं। छात्रों के हितों की रक्षा और प्राइवेट स्कूलों की मांगों को लेकर एसोसिएशन ने पूरी ताकत झोंक दी है। अब गेंद प्रशासन के पाले में है, जो इस मुद्दे पर जल्द कोई ठोस निर्णय ले सकता है।



