



ग्राम सेतु ब्यूरो.
हनुमानगढ़ जंक्शन के सूरतगढ़ रोड पर स्थित शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षण संस्थानों के व्यस्थापको और प्राचार्यों को 25 मार्च को आयोजित हुए ‘हनुमानगढ़ रत्न’ सम्मान समारोह में ‘हनुमानगढ़ रत्न’ की उपाधि से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बॉलीवुड स्टार धैर्य कड़वा थे। उल्लेखनीय है कि धैर्य कड़वा उरी, गहराइयां, तिरासी, अपूर्वा, ग्यारह दृ ग्यारह सहित कई फिल्मों में बखूबी अपना किरदार निभा चुके हैं। धैर्य कड़वा पूर्व विधायक स्वर्गीय चौधरी आत्माराम लीलांवाली के पौत्र व संगरिया से पूर्व विधायक कृष्ण कड़वा के सुपुत्र हैं। शिक्षा के क्षेत्र में अग्रिणी संस्थान श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय व फिजिक्स वाला ने शैक्षणिक क्षेत्र में सराहनीय सेवाओं के फलस्वरूप शिक्षकों को हनुमानगढ़ रत्न की उपाधि से सम्मानित कर गौरवान्वित हुआ। समारोह में करीब जिले भर के 50 से भी अधिक शिक्षण संस्थाओं के प्रतिनिधि भाग लेकर सम्मान प्राप्त किया। बॉलीवुड एक्टर धैर्य कड़वा को भी साफा पहनाकर ‘हनुमानगढ़ रत्न’ की उपाधि से सम्मानित किया गया।

बॉलीवुड स्टार धैर्य कड़वा ने कहा-‘आप मेहनत करों डेडीकेट रहो क्योंकि कामयाबी किसी का इन्तजार नहीं करती। फेलियर एक एसेंशियल पार्ट है आप जितना गिरेंगे उतना ही कामयाबी के नजदीक होंगे। जो रुका नहीं ओर झुका नहीं वह कामयाबी की ओर बढ़ता है। आप कहां से आते हैं आपका बैकग्राउंड क्या है यदि आप सच्चे दिल से मेहनत करोगे तो सफलता निश्चित रूप से आपके कदमों में होगी। किसी का जीवन पूर्ण नहीं होता अपने जीवन की किसी ओर तुलना मत करो। हमेशा अच्छी बातंे सोचो, अच्छे इन्सान बनो।’
श्री गुरु गोबिंद सिंह चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष बाबूलाल जुनेजा ने कहा कि भविष्य में भी शिक्षा को बढावा देने ओर नए नवाचार करने के लिए प्रयासरत रहेंगे। ऐसी अपेक्षा करता हूँ, क्योंकि फाउंडेशन तो यह हनुमानगढ़ के रत्न तैयार करते हैं।। कोटा, सीकर, जयपुर में तो सिर्फ़ लोगो लगता है, सभी शिक्षाविदों को एक ही मंच पर हनुमानगढ़ रत्न से सम्मानित किया गया है। ऐसे कार्यक्रम का आयोजन कर हमारा एसकेडी विश्वविद्यालय परिवार स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। हमने प्रथम बार हनुमानगढ़ रत्न सम्मान समारोह का प्रयास किया है आगे भविष्य में भी ऐसे नए नवाचार हेतु प्रयासरत रहेंगे।
एसकेडीयू के मैनेजिंग डायरेक्टर दिनेश जुनेजा ने श्री एसकेडीयू के स्थापना से लेकर वर्तमान में चल रहे पाठ्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि भविष्य में भी हम गुणवत्तापर्क शिक्षा देने के लिए कटिबद्ध रहेंगे।
सम्मारोह में रिटायर्ड आईजी गिरीश चावला ने कहा कि शिक्षक अपनी कला को पहचानें। एसकेडी द्वारा जो इन्हें यह हनुमानगढ़ रत्न की उपाधि से नवाजा गया है यह सराहनीय है। कार्यक्रम में मंच संचालन अनिल जिज्ञासू ने किया।
इन्हें मिला ‘हनुमानगढ़ रत्न’ अवार्ड
अजय कुमार गर्ग, अजय सराफ, अनिल सहारण, अनुराग बिस्सु, अशोक सुथार, बहादुर सिंह गोदारा, डॉ. दिव्या शर्मा, हरिकृष्ण आर्य, इकबाल सिंह, जसविंदर सोढ़ी, जयवीर शर्मा जीतेंद्र चायल, आर.के. त्यागी, कवीन्द्र सिंह शेखावत, किरण राठौड़, कृष्ण भादु, केशव शिक्षा समिति, एलबी. सुब्बा, लक्ष्मीनारायण कस्वां, मदन गोपाल शर्मा, मलकीत सिंह मान, मनोज भादु, मनोज गोदारा, मीनू गुप्ता, नागेंद्र शर्मा, ओम प्रकाश छाबड़ा, परमजीत कौर, परमजीत कुमार, पवन बांगड़वा, पवन कुमार मिड्ढा, प्रवीण वर्मा, पुष्पा चावला, आर.डी. जुनेजा, राजेश गोदारा, राजेश मिद्धा राजकुमार सैनी, रामचन्द्र देहरू, रामनिवास बिश्नोई, रवीन्द्र भाम्भू, एस.के. मुरारी, डॉ. सागर मल लढ़ा, सतीश गर्ग, शांति लाल दफ्तरी, सुनील मदान, सुरेंद्र झोरड, सुरेंद्र नागपाल, सुरेश शर्मा, विकास गोयल, विक्रम प्रधान, वीरेंद्र पाल सिहाग, प्रेरणा रस्तोगी आदि।

