ग्राम सेतु ब्यूरो.
हनुमानगढ़ स्थित रयान कॉलेज फॉर हायर एजुकेशन में शिक्षक दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ। प्राचार्य डॉ. संतोष राजपुरोहित ने बताया कि ब्रह्म कुमारीज पाठशाला, हनुमानगढ़ जंक्शन की टीम खुशबू बहन के नेतृत्व में कॉलेज पहुंची और शिक्षकों को सम्मानित किया। खुशबू बहन ने बताया एक शिक्षक समाज का नव-निर्माता होने के साथ-साथ भविष्य-निर्माता भी है, इसलिए राष्ट्र के प्रति शिक्षक की भूमिका अति महत्वपूर्ण है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि यदि एक इंजीनियर से पुल बनाते समय गलती हो जाती है तो इससे कुछ ही लोगों की जान जाएगी, यदि एक डॉक्टर से गलती होती है तो इससे भी समाज का ज्यादा नुकसान नहीं होगा लेकिन यदि एक शिक्षक से गलती होती है तो समाज एवं राष्ट्र के लिए स्थिति अति भयावह होगी। खुशबू बहन ने शिक्षकों की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। उनके अनुसार शिक्षक का कार्य विद्यार्थियों को केवल किताबी ज्ञान देना ही नहीं है बल्कि इसके साथ-साथ व्यावहारिक एवं आध्यात्मिक ज्ञान देना भी है। वर्तमान में प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह किसी भी आयु का हो तनाव से ग्रस्त है, ऐसे में अध्यात्म ही एकमात्र मार्ग है जिससे इस समस्या से पूर्णतया छुटकारा पाया जा सकता है। प्रत्येक शिक्षक को सर्वप्रथम स्वयं में परिवर्तन लाने होंगे, उसके बाद ही वह विद्यार्थी में परिवर्तन लाने में सक्षम होगा।
खुशबू बहन ने बताया कि यूं तो विद्यार्थी के माता-पिता उसके प्रथम गुरु होते हैं लेकिन वास्तविक गुरु उसके शिक्षक ही होते हैं जो उन्हें समाज में प्रत्येक दायित्व लेने के लिए तैयार करते हैं। शिक्षक दिवस के अवसर पर खुशबू बहन द्वारा समस्त शिक्षकों को स्मृति चिह्न द्वारा सम्मानित किया। महाविद्यालय निदेशक करणवीर चौधरी, प्राचार्य डॉ. संतोष राजपुरोहित तथा उप-प्राचार्य अनिल शर्मा ने खुशबू बहन को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया एवं उनका आभार प्रकट किया।