गोपाल झा.करीब पांच साल पुरानी बात है। एक सेमीनार में मुझे आमंत्रित किया गया था। आमंत्रण…
Category: साहित्य
वाजिब है सूरज का जलना!
विजय गर्ग.अमरस, शरबत, ठंडाई, आइसक्रीम, कुल्फी, सोडा, शिकंजी के दिन आ गये हैं। हमारी जिंदगी में…
चर्चा में आए राजस्थान के ये साहित्यकार, जानिए… क्यों ?
ग्राम सेतु साहित्य डेस्क.नई दिल्ली में आयोजित एशिया के सबसे बड़े साहित्यिक उत्सव ‘साहित्योत्सव 2025’ में…
कवि मनोज देपावत के काव्य संग्रह का विमोचन, क्या बोले मायामृग ?
ग्राम सेतु साहित्य डेस्क.हनुमानगढ़ के कवि मनोज देपावत का काव्य संग्रह ‘सच कहती थी तुम’ का…
हनुमानगढ़ की सृष्टि झा को मिला ‘नेशनल अवार्ड’
ग्राम सेतु ब्यूरो.बीपीए फाउंडेशन और इंडिया नेटबुक्स प्राइवेट लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में दिल्ली स्थित होटल…
वरिष्ठ साहित्यकार दीनदयाल शर्मा की कृति ‘बाळपणै री बगीची’ राजस्थानी साहित्य के लिए नींव का पत्थर, जानिए… क्यों बोले आलोचक डॉ. नीरज दइया और रामस्वरूप किसान ?
ग्राम सेतु साहित्य डेस्क.राजस्थान साहित्य परिषद् के तत्वावधान में वरिष्ठ बाल साहित्यकार दीनदयाल शर्मा की राजस्थानी…
स्मृतियों में अमर रहेंगी शारदा
गोपाल झा.पूर्वांचल का लोक संगीत शोकाकुल है। सुर बेसुरे हो गए हैं। संगीतप्रेमियों के नयन नीर…
वेदव्यास की कविता: सत्य मरता है नहीं युग के बदलने से
वेद व्यास.एक हैं हम एकता जीवन का नारा है।प्राण से ज्यादा हमें ये देश प्यारा है।।…
‘कागद’ के बिना अधूरी रहेगी राजस्थानी भाषा पर चर्चा, क्यों बोले साहित्यप्रेमी ?
ग्राम सेतु साहित्य डेस्क.राजस्थान के सुविख्यात साहित्यकार ओम पुरोहित ‘कागद’ मुकम्मल इंसान थे। बहुआयामी व्यक्तित्व के…