भटनेर दुर्ग से उठी ‘आरोग्यता और वसुधैव कुटुम्बकम्’ की गूंज

ग्राम सेतु डेस्क.
गुलाबी प्रभात की किरणों में जब धरा ने अपनी पलकें खोलीं, तब हनुमानगढ़ की ऐतिहासिक धरोहर भटनेर दुर्ग योग की दिव्यता से सराबोर हो रही थी। यह अवसर था अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 का, जो समूचे जिले में उल्लास, उमंग और आत्मचिंतन के रंगों में रंगा दिखाई दिया। गांव-गांव, शहर-शहर, हर गली, हर चौक, हर मैदान में एक ही मंत्र गूंज रहा था, ‘योगः कर्मसु कौशलम्।”
जिला प्रशासन, आयुर्वेद विभाग और पतंजलि योगपीठ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित जिला स्तरीय मुख्य समारोह भटनेर दुर्ग में सम्पन्न हुआ, जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशाखापट्टनम से दिए गए संबोधन का सीधा प्रसारण किया गया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, ‘आज जब विश्व चारों ओर से अशांति और अस्थिरता से घिरा है, तब योग न केवल एक व्यायाम बल्कि शांति और संतुलन का मंत्र बनकर उभरा है।’
सुबह 6.15 बजे, कार्यक्रम का शुभारंभ खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री सुमित गोदारा एवं प्रभारी सचिव डॉ. नीरज के पवन ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। दीप की लौ के साथ ही योग का प्रकाश जन-जन में फैलने लगा।
योगाभ्यास की शुरुआत पवित्र ‘ॐ’ के नाद से हुई, जिसने वातावरण को ऊर्जा, शांति और पवित्रता से भर दिया। योग प्रशिक्षकों रेणु चौधरी और अचला वर्मा के नेतृत्व में उपस्थितजनों ने शिथिलीकरण, ताड़ासन, वृक्षासन, त्रिकोणासन, भुजंगासन, पवनमुक्तासन, वज्रासन जैसे आसनों का अभ्यास किया।
प्राणायाम की श्रृंखला में कपालभाति, नाड़ी शोधन, अनुलोम-विलोम, शीतली और भ्रामरी ने शरीर व मन के संतुलन को सुदृढ़ किया। मंच पर योग मुद्रा में सजे थे, चानणराम चौधरी, कुलदीप खिलेरी, रवि चौहान, शानु मीर, सुजाता, लक्षिता, प्रियंका शर्मा और शबनम। मंच संचालन की ज़िम्मेदारी संभाली योग प्रशिक्षक विजय कौशिक ने, जिन्होंने अपने संयमित स्वर से वातावरण को साध लिया।
मंत्रियों और अधिकारियों ने दी योग की प्रेरणा
प्रभारी मंत्री सुमित गोदारा ने जनसमूह को योग और प्राणायाम का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा, ‘स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन का वास होता है और स्वस्थ मन ही आरोग्यता का केंद्र है।’ उन्होंने कहा कि भारत के लिए यह गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 175 देशों के समर्थन से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया था। उन्होंने मुख्यमंत्री की मंशा का स्मरण करते हुए कहा कि इस बार योग दिवस को धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों से जोड़कर आयोजित किया गया, जिससे संस्कृतिक विरासत को भी नई पहचान मिलेगी। इसी क्रम में उन्होंने भटनेर दुर्ग स्थित हनुमानजी मंदिर में दर्शन भी किए।
प्रभारी सचिव डॉ. नीरज के पवन ने कहा, ‘योग आत्मसाक्षात्कार की यात्रा है, यह हमें भीतर से संबल देता है और आत्मानुशासन की ओर ले जाता है।’ जिला कलेक्टर काना राम ने योग को केवल शरीर की कसरत न मानते हुए कहा, ‘योग एक जीवनशैली है, यह मन, शरीर और आत्मा के मध्य संतुलन स्थापित करता है। आज की तनावपूर्ण और डिजिटल लत से भरी दुनिया में योग ही समाधान है।’ उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे नियमित योग को जीवन में अपनाएं और नशे, मोबाइल की लत तथा मानसिक अवसाद से स्वयं को बचाएं।
जिलेभर में योगोत्सव की सरगर्मियां
केवल भटनेर दुर्ग ही नहीं, बल्कि जिले के कोने-कोने में योग दिवस की गूंज सुनाई दी। कालीबंगा के प्राचीन पुरातात्विक स्थल और गोगामेड़ी स्थित गोगाजी समाधि जैसे धार्मिक स्थलों पर भी योग के कार्यक्रम आयोजित हुए। ब्लॉक स्तर और ग्राम पंचायतों पर विद्यालयों, स्टेडियमों और पार्कों में प्रशिक्षित योगाचार्यों के मार्गदर्शन में सामूहिक योगाभ्यास हुआ। आयुर्वेद विभाग के उपनिदेशक एवं कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. तीर्थ सिंह शर्मा ने सभी प्रतिभागियों, अधिकारियों और संस्थाओं का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में एसबीआई बैंक और आयुर्वेद विभाग की ओर से योग टी-शर्ट्स और कैप्स वितरित की गईं। मुख्य समारोह में अनेक जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति ने इस आयोजन को और अधिक प्रभावशाली बनाया।
समारोह में पुलिस अधीक्षक हरी शंकर, हनुमानगढ़ विधायक गणेशराज बंसल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रमोद डेलू, भाजपा नेता अमित चौधरी, एडीएम उम्मेदी लाल मीणा, जिला परिषद सीईओ ओ.पी. बिश्नोई, डीएफओ सुरेश कुमार, सुमित रणवां, विकास गुप्ता, नगर परिषद आयुक्त सुरेंद्र यादव, एसडीएम मांगीलाल, सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा व सीडीईओ पन्नालाल कड़ेला सहित बड़ी संख्या में अधिकारीगण, विद्यार्थी, महिलाएं और योग प्रेमी नागरिक भी इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बने।

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