माहेश्वरी समाज के कार्यक्रम में संगीत, रंग और उल्लास का संगम, जानिए… कैसे ?

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ग्राम सेतु ब्यूरो.
स्थानीय माहेश्वरी समाज संगरिया के तत्वावधान में होली स्नेह मिलन समारोह बड़े ही हर्षाेल्लास और उत्साह के साथ वार्ड सात स्थित लखोटिया भवन में आयोजित किया गया। रंगों के इस पर्व पर समाज के सभी गणमान्य सदस्य एकत्र हुए और आपसी स्नेह व सौहार्द्र को और भी प्रगाढ़ किया। कार्यक्रम का शुभारंभ समाज के पूर्व अध्यक्ष सीताराम सोमानी, वरिष्ठ समाजसेवी देवकिशन लखोटिया, ओमप्रकाश करवा, महावीर प्रसाद करवा, शुभकरण गट्टाणी द्वारा भगवान महेश के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर व शिव चालीसा का पाठ करके किया गया। इस पावन अवसर पर भगवान महेश की कृपा से समाज की उन्नति और सुख-समृद्धि की कामना की गई।
कार्यक्रम के दौरान समाज के प्रमुख त्योहारों, विशेष रूप से महेश नवमी और महाशिवरात्रि, को सामूहिक रूप से भव्य तरीके से मनाने पर विचार किया गया। व्यवस्थापक जगदीश लखोटिया और कोषाध्यक्ष पवन राठी ने इस संदर्भ में समाज के सभी सदस्यों से सुझाव आमंत्रित किए। सभी ने एक मत से सहमति जताई कि इस वर्ष चार जून को महेश नवमी के उपलक्ष्य में धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। सभा में समाज के प्रतिष्ठित सदस्यों कमल पेड़ीवाल, पवन सोमानी, विजय राठी, गोपाल सोमानी, सुमित गट्टाणी, सभा अध्यक्ष लखन करवा, उपाध्यक्ष संजय सोमानी, सचिव महेश लखोटिया, युवा संगठन अध्यक्ष नवनीत पेड़ीवाल, सचिव गौरव सोमानी, कोषाध्यक्ष रोहित लखोटिया, प्रदेश प्रतिनिधि कपिल करवा, मोहित लखोटिया, पंकज सोमानी, गोरू राठी, प्रदीप सोमानी, सचिन करवा, दीपक पेड़ीवाल और जयकिशन गट्टाणी ने अपने विचार व्यक्त किए। सभी ने समाज में आपसी प्रेम और सहयोग की भावना को बनाए रखने और समाज के युवाओं को सक्रिय रूप से जोड़े रखने पर जोर दिया।
सभा अध्यक्ष लखन करवा ने कहा, ‘होली न केवल रंगों का त्योहार है, बल्कि यह हमारे समाज में प्रेम, एकता और समरसता को बढ़ावा देने का भी पर्व है। हमें समाज में सहयोग और परस्पर विश्वास को मजबूत करना चाहिए। हमें अपने युवाओं को सामाजिक कार्यों में जोड़कर उन्हें जिम्मेदारी का एहसास कराना चाहिए ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी भी समाज सेवा की भावना को आगे बढ़ा सके।’ उन्होंने महेश नवमी के भव्य आयोजन की आवश्यकता पर भी बल दिया।
प्रदेश प्रतिनिधि कपिल करवा ने कहा, ‘माहेश्वरी समाज ने हमेशा संस्कृति और संस्कारों को संजोकर रखा है। यह जरूरी है कि हम अपनी युवा पीढ़ी को हमारी महान परंपराओं से जोड़े रखें। महेश नवमी जैसे पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि यह हमें अपनी जड़ों की ओर लौटने का अवसर भी प्रदान करते हैं। इस बार का महेश नवमी महोत्सव ऐसा होना चाहिए कि हर सदस्य को गर्व हो कि वह माहेश्वरी समाज का हिस्सा है।ष् उन्होंने समाज की उन्नति और समृद्धि के लिए एकजुटता बनाए रखने का आग्रह किया।
कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का भी आयोजन किया गया, जिसमें समाज के युवाओं और बच्चों ने होली गीतों पर शानदार नृत्य और गायन प्रस्तुत किए। पूरे माहौल में उत्साह और उल्लास का रंग घुल गया। अंत में सभी ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं और समाज के मंगलमय भविष्य की कामना की। समारोह के समापन पर सचिव महेश लखोटिया ने सभी का आभार व्यक्त किया और आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की। विशेष रूप से, चार जून को होने वाले महेश नवमी महोत्सव के आयोजन की तैयारियों पर जोर दिया गया, जिसमें धार्मिक अनुष्ठान, सांस्कृतिक कार्यक्रम और समाज सेवा से जुड़े विभिन्न आयोजन किए जाएंगे। इस हर्षाेल्लासपूर्ण आयोजन ने समाज के सदस्यों को आपसी स्नेह और सहयोग की भावना से जोड़ा और सभी को एक नई ऊर्जा और उत्साह से भर दिया।

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