हनुमानगढ़ में अष्टयाम यज्ञ, आयोजकों ने बताया महत्व

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ग्राम सेतु सिटी डेस्क.
हनुमानगढ़ जंक्शन स्थित वार्ड 50 स्थित माल गोदाम हनुमान मंदिर में आयोजित एक दिवसीय अष्टयाम महायज्ञ का शुभारंभ हुआ। इस धार्मिक आयोजन की शुरुआत कांग्रेस सेवादल जिलाध्यक्ष अश्विनी पारीक, अंतरराष्ट्रीय वैश्य महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष तरुण विजय, प्रो. सुमन चावला, बाल कल्याण समिति सदस्य विजय सिंह चौहान, लोक अभियोजक प्रताप सिंह शेखावत, संगठन महासचिव महेंद्र चतुर्वेदी, पार्षद प्रतिनिधि जगदीप विक्की, बीजेपी नेता सोनू शेखावत, सिटी यूनियन के प्रधान शिवकुमार ने हरी झंडी दिखाकर की। शोभायात्रा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। सबसे आगे डीजे की धुन पर श्रद्धालु भक्ति गीतों पर नाचते-गाते चल रहे थे, वहीं महिलाएं सिर पर कलश धारण कर भक्ति भाव के साथ शोभायात्रा की शोभा बढ़ा रही थीं। संपूर्ण वातावरण ‘हरे राम, हरे कृष्णा’ के उद्घोष से भक्तिमय हो उठा। यज्ञ समिति के सदस्य शिवकुमार ने बताया कि अष्टयाम महायज्ञ का विशेष महत्व है। अष्टयाम का अर्थ आठ पहर होता है, जो दिन-रात के आठ यामों में विभाजित होता है। इसीलिए इस अनुष्ठान को अष्टयाम महायज्ञ कहा जाता है। महायज्ञ समष्टि प्रधान होता है, जिसका उद्देश्य व्यक्ति के साथ-साथ समाज एवं संपूर्ण विश्व के कल्याण से जुड़ा होता है। उन्होंने बताया कि सुकौशलपूर्ण कर्म ही यज्ञ कहलाता है और जब वह समष्टि संबंधी होता है, तो उसे महायज्ञ की संज्ञा दी जाती है। उन्होंने बताया कि हनुमान मंदिर में दो दिवसीय अष्टयाम महायज्ञ के दौरान निरंतर हवन-पूजन किया जा रहा है। श्रद्धालु मंत्रोच्चार के बीच यज्ञ में आहुति देकर पुण्य लाभ अर्जित कर रहे हैं। यज्ञ के दौरान वेदपाठी ब्राह्मणों की ओर से वैदिक मंत्रों का उच्चारण किया जा रहा है, जिससे वातावरण पूरी तरह आध्यात्मिक हो गया है।
इस धार्मिक आयोजन में मनोज कुमार, समिति अध्यक्ष राम धुन, चन्दन कुमार, सुनील मंडल, चक्रधर कुमार, अमित कुमार, विनय कुमार, दिलीप शेखावत, हकीम एवं मुकेश गुप्ता का विशेष सहयोग रहा। यज्ञ समिति ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य धर्म, शांति और समाज कल्याण की भावना को बढ़ावा देना है। महायज्ञ के समापन मौके पर भण्डारा लगाया जाएगा।

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